लखनऊ। स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब प्रत्येक राजस्व ग्राम में दो-दो खाद गड्ढा तो भू-गर्भ जल को संरक्षित करने के लिए प्रत्येक दस परिवार के बीच में सोख्ता गड्ढे का निर्माण कराया जाएगा। इससे गांव में जगह-जगह फैली गंदगी से जहां निजात मिलेगी वहीं हर रोज बर्बाद हो रहे पानी को एकत्र कर भू-गर्भ जल को संरक्षित किया जाएगा। शासन ने गांव में फैली गंदगी को समाप्त कराने के लिए प्रत्येक राजस्व ग्राम में 28 हजार रुपये की लागत से 152 वर्ग मीटर के आकार का खाद गड्ढा निर्मित कराने का निर्णय लिया है। गांवों में हर रोज ज्यादा तादात में बर्बाद हो रहे पानी को भी संरक्षित करने के लिए प्रत्येक दस परिवार के बीच एक सोख्ता गड्ढा बनवाने की योजना बनाई है। डीसी स्वच्छ भारत मिशन आरपी सिंह ने बताया कि यह कार्य 15वें वित्त आयोग खाते के टाइड फंड से कराया जाएगा। बताया कि गांवों में लोग जगह-जगह अपने घरों से निकलने वाले कचरे को फेंक देते हैं। ऐसे में पूरे गांव में गंदगी का अंबार रहता है।
खाद गड्ढा बनवाने से जगह-जगह फेंके जाने वाला कचरा उसमें डाला जाएगा तो बाद में वह खाद बन जाएगी। पंचायत की ओर से कचरे से तैयार खाद की बिक्री कर जहां पंचायत की आय में बढ़ोत्तरी होगी वहीं गांव को स्वच्छ रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इसी तरह से गांव में समुचित जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के चलते घरों व नापदानों से निकलने वाला पानी गलियों व रास्तों में बहकर बर्बाद होता रहता है।
दस परिवार के बीच में सोख्ता बनाकर जहां पानी को बर्बाद होने से बचाया जाएगा वहीं नालियों का गंदा पानी भी रास्तों व गलियों में नहीं बिखरेगा। बताया कि इस दिशा में कार्य योजना बनाकर कार्रवाई को अंतिम रूप दिया जा रहा है।