लखनऊ। महिलाओं के साथ होने वाले अपराध की घटनाओं में लापरवाही बरतने वाले थानाध्यक्षों से लेकर जिले के कप्तान तक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। जिसकी भी लापरवाही होगी, उसे दंडित किया जाएगा। अफसरों को महिलाओं से संबंधित अपराध के छोटे से छोटे मामलों को भी गंभीरता से लेना होगा। यह कहना है प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल का। डीजीपी ने बताया कि इस क्षेत्र के लिए काफी काम किया जा रहा है और अब भी बहुत कुछ करने की गुंजाइश है। मुकुल गोयल ने कहा कि फील्ड के अफसरों को इसके निर्देश भेजे गए हैं। अक्सर छोटे-छोटे मामलों में बरती गई कोताही बड़ा रूप ले लेती है। पूर्व में इस तरह के कई मामले ऐसे रहे हैं, जिसमें निचले स्तर पर की गई लापरवाही का खामियाजा बड़े स्तर पर भुगतना पड़ा है। ऐसे में जरूरत महिला संबंधी मामलों में अधिक संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई करने की है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही माफ नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में महिला सुरक्षा के लिए कई काम किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है। महिलाओं को सशक्त करने के लिए सरकार ने भी मिशन शक्ति अभियान चलाया है। 1090 की स्थापना भी इसी उद्देश्य से की गई थी। सेफ सिटी के तहत अलग-अलग जिलों में पिंक पेट्रोल और पिंक बूथ स्थापित किए जा रहे हैं। लखनऊ में बड़ी संख्या में पिंक बूथ स्थापित भी किए गए हैं। जल्द ही इसके लिए महिला पुलिस भी उपलब्ध कराई जाएगी।