लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट 18 अगस्त को विधानमंडल में पेश करेगी। अनुपूरक बजट का आकार करीब 35 हजार करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। राज्य विधानसभा चुनाव से पूर्व अनुपूरक बजट को अंतिम रूप देने की तैयारी में सरकार जुटी हुई है। विभिन्न विभागों से आए बजट प्रस्तावों को अभी तक फाइनल नहीं किया जा सका है। प्रदेश कैबिनेट बुधवार को विधानसभा में अनुपूरक अनुदान मांगों को पेश करने से ठीक पहले अनुदान प्रस्तावों पर विचार कर मंजूरी देगी। अनुपूरक प्रस्तावों में एक्सप्रेस-वे व धार्मिक स्थलों के विकास, किसानों व कोविड पीड़ितों की मदद को लेकर चल रही व प्रस्तावित योजनाओं के लिए धनराशि की व्यवस्था होगी। खजाने की माली हालत बहुत अच्छी न होने की वजह से सरकार कुछेक योजनाओं के लिए प्रतीक प्रावधान भी कर सकती है। संकल्प पत्र के कई अधूरे वादों को पूरा करने व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्तर से राज्य के विभिन्न हिस्सों में समय-समय पर की गई घोषणाओं पर अमल के लिए बजट बंदोबस्त का प्रयास है। सरकार का प्रयास है कि मुख्यमंत्री की आम जनता के बीच की गई घोषणाएं ही अधूरी रहने की तोहमत का न सामना करना पड़े।