गाजीपुर। गंगा के जलस्तर में लगातार घटाव का क्रम जारी है। पतित अब अपने स्थान की तरफ लौटने लगी है। कई इलाकों से जहां बाढ़ के पानी निकल चुका है, वहीं खासकर तमाम तटवर्ती इलाकों में अभी भी पानी लगा हुआ है। उम्मीद है कि गंगा के जलस्तर में इसी तरह से घटाव जारी रहा तो दो-चार दिन में बाढ़ समाप्त हो जाएगा। कठवामोड़ पुल पर बाढ़ का पानी बहने से गाजीपुर-बलिया मार्ग पर आवागमन ठप था। पुल से पानी हटने पर दस दिन बाद पैदल के साथ ही बाइक और छोटे चारपहिया वाहनों का आवागमन शुरु हो गया। इससे लोगों ने राहत की सास ली। मालूम हो करीब दस दिन पहले गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि का क्रम जारी था। पतित पावनी खतरे के निशान को पार कर गई थी। इससे जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के तमाम इलाकों के साथ ही कई मार्ग बाढ़ के पानी से घिर गए थे। करंडा सहित अन्य कई इलाकों के पीड़ितों ने सड़क किनारे सहित अन्य स्थानों पर शरण लिया था। नाला के माध्यम से नगर के कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था। कठवामोड़ पुल बाढ़ के पाने से घिर गया था। किसी खतरा के आशंका के मद्देनजर प्रशासन ने पुल पर पैदल के साथ ही वाहनों का आवागमन बंद करा दिया था। इससे गाजीपुर-बलिया मार्ग पर आवागमन ठप हो गया था। बलिया, मुहम्मदाबाद, कासिमाबाद, बिहार आदि जिलों के लिए जाने के लिए लोग परेशानियों के बीच दूसरे मार्गों का सहारा ले रहे थे। इसी बीच करीब चार दिन पहले गंगा के जलस्तर में घटाव का क्रम शुरु हो गया, जो लगातार जारी है। नगर के साथ ही तमाम ग्रामीण क्षेत्रों से बाढ़ के पानी निकल गया है। कठवामोड़ पुल से पानी हटने पर दस दिन बाद मंगलवार को पैदल के साथ ही बाइक और छोटे चारपहिया वाहनों का संचालन शुरु होने से लोगों ने राहत की सास ली। जबकि पुल के दोनों तरफ अभी भी बाढ़ का पानी फैला हुआ है। गंगा के जलस्तर में इसी तरह से घटाव जारी रहा तो कुछ दिनों में प्रभावित अन्य इलाकों से भी बाढ़ का पानी निकल जाएगा।