नई दिल्ली। एसबीआई सहित कई बैंकों ने होम लोन सहित अन्य लोन को क्रेडिट स्कोर से लिंक कर दिया है। इसका मतलब है कि बैंक आपको लोन देने से पहले आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करेंगे। यह जितना ऊंचा होगा, लोन उतनी आसानी से और सस्ता मिल सकेगा। दरअसल क्रेडिट स्कोर किसी व्यक्ति के कर्ज इतिहास को दर्शाता है। इसमें किसी व्यक्ति के पास मौजूद क्रेडिट अकाउंट की संख्या, कुल कर्ज, भुगतान हिस्ट्री और लोन के लिए उधारकर्ता की ओर से की गई पूछताछ का जिक्र होता है। क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। इसका 700 से ऊपर रहना अच्छा माना जाता है। बैंक क्रेडिट स्कोर के जरिए लोन लेने वाले व्यक्ति की भुगतान क्षमता का मूल्यांकन करते हैं। लोन आवेदन स्वीकृत करना है या नहीं, इसका फैसला क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही किया जाता है। खराब क्रेडिट स्कोर से आपको लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में मुश्किल होती है। चार तरीके हैं, जिनकी मदद से आप अपना क्रेडिट स्कोर बेहतर कर सकते हैं। क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (सीयूआर) क्रेडिट कार्ड की कुल लिमिट और खर्च का अनुपात होता है। अगर एक महीने में क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30 फीसदी से ज्यादा खर्च किया है, तो क्रेडिट स्कोर खराब होता है। इसे सुधारने के लिए क्रेडिट कार्ड से कम खर्च करें या दूसरे कार्ड का इस्तेमाल करें।