नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास अफगान मूल के आतंकियों की गतिविधियों को लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। एजेंसियों को अंदेशा है कि पाकिस्तान के दहशतगर्दों के साथ ये आतंकी सीमापार कर घाटी में घुसने की फिराक में हैं। त्योहारों के दौरान घाटी को दहलाने की साजिश तैयार हो रही है। सेनाओं को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि लश्कर-ए-तैयबा, हरकत उल अंसार और हिजबुल मुजाहिदीन के दहशतगर्द किसी बड़े हमले की तैयारी में हैं। पाकिस्तान के आतंकी संगठन घाटी में अशांति फैलाने के लिए अफगानिस्तान के आतंकियों की घुसपैठ में मदद कर रहे हैं। इन संगठनों को आईएसआई का समर्थन है। खुफिया अलर्ट के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस, सुरक्षा में तैनात सेनाओं और अर्धसैनिक बलों को चौकसी बढ़ाने और सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास नाक्याल सेक्टर के आतंकी कैंपों में करीब 40 दहशतगर्दों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन्हें ट्यूब और स्नॉर्कलिंग (गहरे समुद्र में तैरने की विधि) के जरिये पुंछ नदी में तैरकर भारत में घुसने की ट्रेनिंग दी जा रही है।