शैलजा पांडेय 61वीं रैंक हासिल कर बनीं आईएएस
उत्तराखंड। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम घोषित हो गया है। नैनीताल की शैलजा पांडे की 61वीं रैंक आई है। शैलजा पांडेय ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता दीप चंद्र पांडेय और बीडी पांडेय अस्पताल नैनीताल में डॉक्टर शोभा पांडेय की बेटी हैं। शैलजा ने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में जिला टॉप किया था। वर्तमान में वह इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस (आईएएएस) की अहमदाबाद में ट्रेनिंग ले रही हैं। दीप चंद्र पांडेय ने बताया कि शैलजा की सिविल सेवा की परीक्षा में ऑल इंडिया में 61वीं रैंक आई है। शैलजा ने एनआईटी हमीरपुर से इलेक्ट्रिक एंड इलेक्ट्रानिक्स में इंजीनियरिंग किया। इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस में सलेक्शन होने के बाद वह अहमदाबाद में प्रशिक्षण ले रही हैं। उन्होंने सेंटमेरी कान्वेंट स्कूल नैनीताल से 2011 में हाईस्कूल और 2013 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। दोनों ही परीक्षाओं में वह टॉपर रहीं और विद्यालय के रोल ऑफ मेरिट लिस्ट में उसका नाम दर्ज है। मूल रूप से मझेड़ा (प्रेमपुर) गरमपानी, नैनीताल निवासी शैलजा का परिवार वर्तमान में लोअर डांडा कंपाउंड जू रोड नैनीताल में रहता है। दीप चंद्र पांडेय के बेटे यथार्थ पांडे ने भी इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रानिक्स से इंजीनियरिंग की है। शैलजा ने बताया कि लगन, मेहनत, अनुशासन, आत्मविश्वास की बदौलत ही उन्होंने सफलता पाई है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं में सबसे पहले आत्मविश्वास जरूरी है। आप जिस क्षेत्र की तैयारी कर रहे हैं उस पर अपना खास फोकस रहना चाहिए। लगातार पढ़ाई जरूरी है लेकिन तय करना चाहिए कि क्या पढ़ें और कैसे पढें। विषय वस्तु पर ध्यान केंद्रित करें। पूरी पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षा के दौरान अनुशासित रहना जरूरी है। मेरी सफलता के पीछे माता-पिता, नानी रेवती लोहनी, नाना स्व. पूरन चंद्र लोहनी और मौसी हेमा लोहनी का भी आशीर्वाद है।