नई दिल्ली। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने शहरों के बीच बेहतर संपर्क कायम करने के लिए ड्राफ्ट रीजनल प्लान-2041 को मंजूरी दे दी है। इस प्लान के तहत भविष्योन्मुख, झुग्गी मुक्त राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एयर एंबुलेंस, हेलीटैक्सी, रोड, रेल और जलमार्ग के जरिये तेज गति संपर्क की परिकल्पना की गई है। ड्राफ्ट प्लान में तेज रफ्तार रेल के जरिये 30 मिनट में एनसीआर के बड़े शहरों के बीच आवागमन और मास ट्रांजिट रेल सिस्टम के जरिये एनसीआर के नजदीकी सीमाओं से 30 मिनट में दिल्ली पहुंचने के लिए विशेष उपाय करने पर जोर है। एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (एनसीआरपीबी) की मंगलवार को हुई बैठक में इस ड्राफ्ट प्लान को मंजूरी दी गई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय शहरी मामले और आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने की। योजना का मसौदा लोगों की राय के लिए जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। बोर्ड ने जनता की राय के लिए रखे जाने वाले इस ड्राफ्ट में कुछ बदलाव किए हैं। इसकी सोच है कि तय प्रक्रिया के तहत लोगों की राय के अनुसार जरूरी बदलाव करने के बाद ड्राफ्ट योजना का अंतिम रूप मार्च 2022 तक बोर्ड से स्वीकृत करवा लिया जाए। इस बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन, राजस्थान के शहरी विकास मंत्री शांति कुमार धारीवाल, उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग और एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। रीजनल प्लान-2041 का जोर एनसीआर के शहरों को स्मार्ट संपर्क वाले क्षेत्र में बदलने पर है, जिसमें बुलेट ट्रेन, हेलीटैक्सी सेवा और स्मार्ट सड़कें होंगी और क्षेत्र को आर्थिक रूप से संपन्न बनाया जाएगा और यहां की पूरी आधारभूत संरचना नागरिक केंद्रित होगी। इसके लिए पूरे एनसीआर में वायु, रोड, रेल और जल मार्ग से परिवहन को उन्नत बनाया जाएगा।