नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 16वें पूर्वी एशियाई शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस कार्यक्रम में आतंकवाद के साथ-साथ क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हितों के मुद्दों पर चर्चा हुई। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी वर्चुअली शामिल हुए। इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय ने दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां मुक्त, खुले और समावेशी हिंत प्रशांत क्षेत्र को लेकर भारत की प्रतिबद्धता दोहराई और क्षेत्र में आसियान केंद्रीयता के सिद्धांत पर जोर दिया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने एक लचीली वैश्विक मूल्य श्रृंखला के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने हिंद-प्रशांत देशों को क्वाड प्रायोजित टीके उपलब्ध कराने की भारत की प्रतिबद्धता भी दोहराई। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आसियान कोविड-19 रिकवरी फंड के लिए भारत की ओर से दिए गए 10 लाख अमेरिकी डॉलर के समर्थन को याद किया। प्रधानमंत्री ने साइबर सुरक्षा पर वैश्विक मानक विकसित करने का विचार भी उठाया। पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन भारत-प्रशांत में प्रमुख नेताओं के नेतृत्व वाला मंच है। 2005 में अपनी स्थापना के बाद से, इसने पूर्वी एशिया के रणनीतिक और भू-राजनीतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 10 आसियान सदस्य देशों के अलावा, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारत, चीन, जापान, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस शामिल हैं। भारत, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन का संस्थापक सदस्य होने के नाते, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को मजबूत करने और समकालीन चुनौतियों से निपटने के लिए इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह आसियान आउटलुक ऑन इंडो पैसिफिक (एओआईपी) और इंडो-पैसिफिक ओशन इनीशिएटिव (आईपीओआई) के जुड़ने से संबंधित भारत-प्रशांत में व्यावहारिक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।