कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर तैयार रहे दिल्ली पुलिस के जवान…
नई दिल्ली/ दुनियाभर के लिए चिंता का विषय बन चुके कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने भारत की चिंताए भी बढ़ा दी हैं। यही वजह है कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने अपने जवानों को ओमिक्रॉन के प्रति सजग रहने और कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही जवानों को कोविड वैक्सीन लगवाने के भी आदेश दिए गए हैं। मौजूदा समय में फिलहाल 95 फीसदी जवानों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। बाकी बचे पांच फीसदी जवानों में 1636 पुलिस कर्मियों को मेडिकल ग्राउंड पर वैक्सीन न लगवाने की छूट मिली हुई है। आदेश में इन जवानों को वैक्सीन लगवाने के लिए छूट की दोबारा से समीक्षा करवाने का आदेश दिए गया है। पुलिस अधिकारी ने कोविड-19 हेल्थ मॉनिटरिंग सेल्स दोबारा से एक्टिव करने के आदेश दिए हैं। इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है कि वह यह सुनिश्चित करें कि जीवन रक्षक दवाइयां और ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध हैं या नहीं। स्पेशल पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह की ओर से जारी आदेश में कहा कि कोविड-19 से जुड़ी हेल्पलाइन को जल्द से जल्द दोबारा से शुरू किया जाए। इसके अलावा जो लोग कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लेकर मामला दर्ज किया जाए। जारी आदेश में पुलिस के सभी 15 जिलों में किसी भी आपात हालात के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। इसमें कोविड केयर सेंटरों की तैयारी, ऑक्सीजन सिलिंडर, दवाइयों, अस्पताल में बिस्तर, एंबुलेंस, सैनिटाइजर, मास्क, दस्ताने, पीपीई किट व अन्य वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। आदेश में यह भी गया है कि जवान मास्क पहनने के लिए साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। इसके अलावा छूने वाली वस्तुओं का इस्तेमाल कम करें, सैनिटाइाजर का उपयोग करें। वहीं पुलिस स्टेशन में भीड़ न जुटाने के अलावा वहां हवा आने-जाने की व्यवस्था भी करने के लिए कहा गया है। दूसरी ओर पुलिस की ओर से जानकारी दी गई कि दिल्ली पुलिस के 77809 जवानों में से दो दिसंबर तक 74289 जवानों ने कोविड का टीका लगवा लिया है। इनमें जिन 1636 लोगों को मेडिकल ग्राउंड पर छूट मिली हुई है, उनके लिए पुलिस उपायुक्तों को कहा गया है कि वह इस छूट की समीक्षा करें। यदि संभव हो तो इन लोगों को भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसके अलावा यदि जवान बीमारी की चपेट में आते हैं तो पुलिस उपायुक्त जवानों और उनके परिवार को इलाज सुनिश्चित कराने के लिए नोडल अधिकारी होंगे। इंस्पेक्टर या उससे ऊपर रैंक का अधिकारी अस्पताल में भर्ती पुलिस कर्मियों को देखने के लिए वहां का दौरा करेगा और उनकी हर संभव मदद करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा नोडल ऑफिसर विभाग की आधिकारिक ईमेल आईडी पर इसकी जानकारी सांझा करेगा। यह डाटा रोजाना सुबह आठ बजे से पूर्व उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। वहीं जारी आदेश में शाहदरा और रोहिणी के कोविड केयर सेंटर को दोबारा से शुरू करने पर जोर दिया गया।