कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव के लिए मास्क लगाना है जरूरी: विशेषज्ञ
नई दिल्ली। भारत सहित दुनिया के कई देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से पैर पसार रहा है। भारत में कोरोना के इस बेहद संक्रामक माने जा रहे वैरिएंट के अब तक पांच मामले सामने आ चुके हैं। अब तक हुए अध्ययनों से पता चलता है कि कोरोना के इस वैरिएंट में करीब 32 म्यूटेशन देखे गए हैं, जो इसे वैक्सीन से शरीर में बनी प्रतिरक्षा को आसानी से चकमा देने के योग्य बनाते हैं। कई रिपोर्टस में दावा किया जा रहा है कि कोरोना का यह वैरिएंट देश में तीसरी लहर का कारण बन सकता है, ऐसे में इससे बचाव के उपायों को प्रयोग में लाते रहना बहुत आवश्यक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट वैक्सीनेटेड लोगों में भी संक्रमण का कारण बन सकता है, ऐसे में सभी लोगों को इससे बचाव के उपाय करते रहने चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना के इस गंभीर खतरे से बचे रहने के लिए सभी लोगों को विशेष अलर्ट रहना चाहिए। इसके लिए मास्क पहनना सबसे आवश्यक है। मास्क पहनकर कोरोना के संक्रमण से खुद को काफी हद तक सुरक्षित किया जा सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है, उन्हें भी मास्क पहनकर रखना चाहिए। कोरोना के इस खतरे से बचे रहने के लिए विशेषज्ञ सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की सलाह देते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि एक दूसरे से करीब 6 फिट की दूरी को बनाकर कोरोना के प्रसार को रोका जा सकता है। कोविड-19 का मुख्यरूप से उन स्थानों पर खतरा अधिक होता है, जहां लोग निकट संपर्क में रहते हैं। कोरोना से बचाव के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने के उपाय करना बहुत आवश्यक माना जाता है। कोरोना का खतरा उन लोगों में अधिक होता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। इम्यूनिटी को मजबूत रखने के लिए काढ़ा पीना, व्यायाम, पर्याप्त नींद, पौष्टिक आहार और मौसमी फलों-सब्जियों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए।