नई दिल्ली। मंगलवार को सरकार द्वारा जारी आंकड़े में थोक मंहगाई दर 15.88 प्रतिशत पहुंच गई है। पिछले साल के मुकाबले इस साल थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है, वहीं खुदरा महंगाई पर देश की जनता को राहत मिली है। मई महीने में थोक मुद्रास्फीति दर ने 15 फीसदी के ऊपर का स्तर कायम रखा और यह 15.88 फीसदी पर पहुंच गई।
थोक महंगाई के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने में खाद्य से लेकर जिंसों तक की कीमतों में बढ़ोतरी का सबसे बड़ा हाथ है। इससे पिछले साल की समान अवधि में थोक महंगाई दर 13.11 फीसदी पर थी। थोक महंगाई का यह नया उच्च स्तर बीते नौ साल में सबसे अधिक है। वहीं पुराने आंकड़ों को देखें तो अप्रैल में मुद्रास्फीति का जो डाटा था, वह बीते 30 सालों में अप्रैल महीने के दौरान सर्वाधिक है।
खाने का सामान सस्ता होने से खुदरा मुद्रास्फीति मई महीने में घटकर 7.04 फीसदी पर आ गई। हालांकि, यह पिछले लगातार पांच माह से भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित (सीपीआई) मुद्रास्फीति 7.79 फीसदी पर थी। पिछले साल मई में खुदरा मुद्रास्फीति 6.3 फीसदी थी।