हेल्थ। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बाहरी सफाई की ही तरह शरीर को अंदर से साफ करते रहना भी आवश्यक माना जाता है, इस प्रक्रिया को डिटॉक्सिफिकेशन कहा जाता है। इस प्रक्रिया में शरीर के अंदर जमा विषाक्त और अपशिष्टों को बाहर करने का प्रयास किया जाता है, जिससे शरीर के सभी अंग स्वस्थ और विषमुक्त रह सकें। आयुर्वेदिक और चीनी चिकित्सा प्रणाली में डिटॉक्सिफिकेशन पर विशेष जोर दिया जाता रहा है।
हम जो कुछ भी खातें हैं वह कई प्रकार की प्राकृतिक क्रियाओं के साथ एक समय के बाद अपशिष्ट बनकर शरीर से बाहर आ जाता है, हालांकि इसका कुछ अंश शरीर में शेष रह जाता है जो धीरे-धीरे जमा होकर कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है।
डिटॉक्सिफाइंग की विधि आपको बीमारी से बचाने में मदद करने के साथ शरीर के तमाम अंगों को स्वस्थ और फिट बनाए रखने में सहायक है। आप घर पर ही आसानी से कुछ उपायों को प्रयोग में लाकर शरीर से विषाक्तता को कम कर सकते हैं। आइए ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में जानते हैं जिसका सभी लोगों को विशेष ध्यान रखना चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है, शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन का मतलब है रक्त को शुद्ध करना। यह लिवर में रक्त से अशुद्धियों को दूर करने के लिए किया जाता है। बॉडी डिटॉक्स के दौरान किडनी, आंत, फेफड़े, लिंफैंटिक सिस्टम और त्वचा से विषाक्त पदार्थों को भी समाप्त किया जाता है। आमतौर पर शरीर की बाहरी शुद्धि पर तो हम सभी का ध्यान होता है लेकिन आंतरिक सफाई पर विचार नहीं किया जाता है, ऐसे में ये विषाक्त पदार्थ शरीर को कई प्रकार से नुकसान पहुंचा सकते हैं। शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन को लेकर निरंतर प्रयास की आवश्यकता है।
खूब पानी पीते रहें:-
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर हम दिनभर खूब पानी पीते रहें तो यह शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन का सबसे असरदार तरीका हो सकता है। पानी पीते रहने से किडनी के माध्यम से अपशिष्ट उत्पाद आसानी से बाहर आ जाते हैं जिससे उनके शरीर में जमा होने का जोखिम कम हो जाता है। पानी पीते रहने से शरीर के तापमान को नियंत्रित करने, पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण में भी लाभ मिलता है।
नींबू का सेवन:-
बॉडी डिटॉक्स डाइट का मुख्य हिस्सा नींबू को माना जाता है। ये एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन-सी से भरे होते हैं, जो रोग पैदा करने वाले मुक्त कणों से लड़ने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इसके अलावा, खट्टे फल का शरीर पर एक क्षारीय प्रभाव होता है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर के पीएच संतुलन को बेहतर करने में मदद कर सकता है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली को लाभ होता है।
विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और अपने सिस्टम को साफ करने में मदद करने के लिए दिन की शुरुआत गर्म पानी और नींबू के साथ करना फायदेमंद है।
एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर वाली चीजों का सेवन:-
बॉडी डिटॉक्स के लिए उचित आहार भी आवश्यक है, इसके लिए एंटीऑक्सिडेंट्स वाली चीजों की मात्रा बढ़ाएं। एंटीऑक्सिडेंट्स आपकी कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। वहीं फाइबर युक्त चीजें पाचन को ठीक रखने के साथ मल-त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाती हैं जिससे शरीर के अपशिष्टों को आसानी से बाहर निकालने में मदद मिल सकती है।