ऐसे जीव जो फिर से बना सकते हैं अपने शरीर के अंग…

रोचक जानकारी। कितना बढि़यां होगा अगर हम अपने किसी खराब हो चुके अंग को फिर से बना सकें। फिर जीवन भर हमारे दांत गिरने के बाद फिर से उसी जगह पर दूसरे दांत आने लगें। ये क्षमताएं किसी फंतासी फिल्म की कहानी लगती है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि कई जानवरों में ऐसी क्षमता होती है। हालांकि ऐसे बहुत कम जानवर हैं जिनमें ऐसी क्षमता होती है। कुछ जानवर हैं जिनमें ऐसी क्षमता होती है और ये जीव हमें इस बारे में जानकारी दे सकते हैं कि ये प्रजातियां कैसे पुनर्जनन कर सकती हैं।

एक्सोलॉटल्स:- एक्सोलॉटल्स को सैलामैंडर की महासागरीय प्रजाति कहा जा सकता है। इनकी पुनर्जनन क्षमता  बहुत ही शानदार होती है। ये छोटे सैलामैंडर अपने अंग, त्वचा और यहां तक लगभग अपने शरीर के किसी भी हिस्से को फिर से उगा सकते हैं। इसके अलावा भी ये अजीब से उभयचर जमीन पर कम रहते हैं और पानी में ज्यादा होते हैं। ये सांस लेने के लिए गिल का उपयोग करते हैं। ये झीलों की प्रजाति मानी जाती है।

सैलामैंडर:- सैलामैंडर एक उभयचर जीव है जिसकी एक पूंछ होती है और छोटे पैर होते हैं। सैलामैंडर की 700 प्रजातियां पाई जाती हैं, और सभी में कुछ हद तक पुनर्जनन की क्षमता होती है, लेकिन कुछ में दूसरों की तुलना में ज्यादा होती है। कुछ सैलामैंडर शिकारी जानवरों का ध्यान बंटाने के लिए अपनी पूंछ गिरा देते हैं और कुछ ही हफ्तों में उसे फिर से पैदा कर सकते हैं। इनकी नई पूंछ पुरानी पूंछ की ही तरह काम करती है।

शार्क:- शार्क वैसे तो अपने खतरनाक शिकारी अंदाज के रूप में ज्यादा मशहूर हैं, लेकिन ये भी अपने कई अंगों का पुनर्जनन कर सकती हैं। इनके दांतों का पुनर्जनन बहुत मशहूर है। ये अपने दांत जीवन भर उगाते रह सकते हैं। एक नया दांत आने में कुछ दिन से लेकर कुछ महीनों का समय लग सकता है।

स्टारफिश:- स्टारफिश अपने रंगों, आकार और आकृतियों के संयोजन से खुद का बहुत ही आकर्षक रूप प्रदान करती दिखाई देती हैं। लेकिन कम लोग जानते हैं कि स्टारफिश बहुत ही शानदार पुनर्जनन क्षमता वाली जानवर होती हैं। वे ना केवल अपना नया अंग विकसित कर सकती हैं, बल्कि अलग हुए अंग से भी पूरा का पूरा शरीर विकसित कर सकती हैं। बहुत सी स्टारफिश अलग हुए अंगों से ही विकसित हुई होती हैं।

गिरगिट:- गिरगिट को अपने रंग बदलने और छद्मरूप धारण करने की क्षमता के लिए ज्यादा जाना जाता है। लेकिन वे अपने अंगों को फिर से उगाने के लिए भी जाने जाते हैं। गिरगिट अपनी पूंछ और पैरों को भी फिर से उगा सकते हैं। उनमें त्वचा और घायल तंत्रिकाओं का उपचार करने की क्षमता होती है।

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