योग। टो स्टैंड एक बैलेंसिंग योगा पोज है, जो पूरी बॉडी को हेल्दी बनाने में मदद करता है। यह योगासन बॉडी बैलेंस सुधारने के लिए किया जाता है। इस आसन से जॉइंट पेन में राहत मिलती है, पैरों की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाती है और थाई फैट कम करने में भी लाभदायक है।
पैरों को मज़बूत बनाने के लिए ये एक बेहतरीन उपाय है। इसका नियमित अभ्यास लोअर बॉडी को मज़बूत बनाता है और मन को स्टेबल करने में भी मदद करता है। टो पोज की मदद से पेट की मसल्स, लोवर बैक और एंडोक्राइन सिस्टम को भी मज़बूत बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं टो स्टैंड पोज करने का सही तरीका-
टो स्टैंड पोज करने का सही तरीका:-
सबसे पहले अपनी बॉडी को सीधा रखते हुए अपने सीधे पैर पर खड़े हो जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे अपने लेफ्ट फुट को राइट हिप की ओर ले जाएं और ऐसा करते समय लंबी गहरी सांसे भरें। राइट पैर को सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे मोड़ें और नीचे की ओर जाएं और अपना लेफ्ट एंकल अपनी राइट थाई पर रखें।
स्क्वाटिंग पोजीशन तक पहुंचने के बाद धीरे धीरे सांस अंदर की ओर लें। इसके बाद अपनी लेफ्ट हील को ज़मीन से ऊपर उठा लें, जिससे पूरा बॉडी बैलेंस टो पर बने। सांस छोड़ते हुए ध्यान दें की इस पोजीशन में बॉडी हील के ऊपर एकदम सेंटर में हो। सांस लेते हुए देखें, अगर बैलेंस में प्रॉबलम हो तो हाथों की उंगलियां जमीन टिका लें और फिर बैलेंस बनाते हुए एक-एक करके हाथ उठा लें।
अब सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों को चेस्ट के आगे प्रेयर पोजीशन में मोड़ लें। इसी पोजीशन में बैलेंस बनाते हुए 5 गहरी लंबी सांसें लें, और फिर धीरे-धीरे पूरे कंट्रोल के साथ वापिस ट्री पोज में आ जाएं। थोड़ी देर आराम से सांस लें और फिर से पूरी प्रोसेस को पैर बदलकर दोहराएं।
टो पोज हमेशा खाली पेट सुबह के समय किया जाता है। इस योगासन को करते समय बैलेंस और सांसों पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत होती है। घुटने, कमर, गर्दन, रीढ़ की हड्डी के दर्द या किसी चोट और ब्लड प्रेशर में ये योगासन करने से बचें।