भावनगर। भावनगर में पीएम मोदी ने विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक तरफ देश जहां आजादी के 75 वर्ष पूरे कर चुका है, वहीं इस साल भावनगर अपनी स्थापना के 300 वर्ष पूरे करने जा रहा है। 300 वर्षों की अपनी इस यात्रा में भावनगर ने सतत विकास की, सौराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
भावनगर में पीएम मोदी ने कहा कि इस विकास यात्रा को नए आयाम देने के लिए आज यहां करोड़ो रुपए की अनेक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। ये प्रोजेक्ट भावनगर की पहचान को सशक्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि भावनगर समंदर के किनारे बसा है। गुजरात के पास देश की सबसे लंबी कोस्टलाइन है। मगर आजादी के बाद के दशको में तटीय विकास पर उतना ध्यान ना दिए जाने की वजह से ये विशाल कोस्टलाइन एक तरह से लोगों के लिए बड़ी चुनौती बन गई थी। समंदर के किनारे बसे गांव खाली हो गए, लोग पलायन करने लगे थे।
उन्होंने कहा कि बीते 2 दशकों में गुजरात की कोस्टलाइन को भारत की समृद्धि का द्वार बनाने के लिए हमने ईमानदारी से प्रयास किया है। रोजगार के कई नए अवसर खड़े किए। गुजरात में हमने अनेकों पोर्ट्स विकसित किए, बहुत से पोर्ट्स का आधुनिकीकरण कराया।
उन्होंने कहा कि आज गुजरात की कोस्ट लाइन, देश के आयात-निर्यात में बहुत बड़ी भूमिका निभाने के साथ ही लाखों लोगों को रोजगार का माध्यम भी बनी है। आज गुजरात की कोस्टलाइन, नवीकरणीय ऊर्जा और हाईड्रोजन इकोसिस्टम का पर्याय बनकर उभर रही है।