वास्तु। सुखी और खुशहाल जीवन के लिए वास्तु के उपाय बेहद कारगर साबित होते हैं। यदि आपके घर से जुड़ी हर जरूरी चीज वास्तु के अनुसार होगी, तो आपके घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं, जिनकी वजह से घर में नकारत्मक ऊर्जा आती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पुरानी, टूटी-फूटी और अनावश्यक चीजें घर पर नकारात्मकता लाती हैं। इसलिए समय-समय पर इनकी मरम्मत कराते रहना चाहिए। घर से वास्तु दोष दूर करने में घर की आंतरिक साज-सज्जा मददगार साबित हो सकती है। घर में सुख-शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए कुछ वास्तु नियमों को अपनाया जा सकता है।
- घर से जुड़ी वास्तु टिप्स:-
मन की शांति और घर के चौमुखी विकास के लिए पूजा घर का स्थान उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण पर होना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ये देवताओं का स्थान होता है। इस बात का भी ध्यान रखें की पूजाघर के ऊपर या नीचे कभी टॉयलेट, रसोईघर या सीढ़ियां न हों। - घर के अंदर लगे हुए मकड़ी के जाले, धूल-गंदगी को समय-समय पर हटाते रहना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं रहती है। यदि आपने घर में पौधे लगाएं हैं तो उन्हें समय-समय पर पानी देते रहें। यदि कोई पौधा सूख जाए तो उसे तुरंत वहां से हटा दें।
- घर के दरवाजे को खोलते या बंद करते समय यदि आवाज आती है, तो उसे सही करा लें। दरवाजे से निकलने वाली कर्कश ध्वनि नकारात्मकता लाती है।
- वास्तु के अनुसार, कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ पैर करके नहीं सोना चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं होता है। इसके अलावा शयन कक्ष में मुख्य द्वार की ओर पैर करके नहीं सोएं।
- पूर्व दिशा में सिर एवं पश्चिम दिशा में पैर करके सोने से आध्यात्मिक भावनाओं में वृद्धि होती है। इसके अलावा घर में कटीली झाड़ियों वाले पौधे भी नहीं लगने चाहिए। वास्तु के अनुसार ऐसे पौधे घर में नकारात्मकता लाते हैं।