लाइफस्टाइल। पैरेंट्स के लिए सबसे मुश्किल काम होता है बच्चों को सुबह सुबह बिस्तर से उठाना और स्कूल के लिए तैयार करना। कई बच्चे बिस्तर से उठना नहीं चाहते और बिना डांट खाए उनका दिन शुरू नहीं होता है। जबकि, कई बच्चे कितना भी जल्दी उठ जाएं, उन्हें स्कूल जाते वक्त हड़बड़ी हो ही जाती है। ऐसे में अगर आप स्मार्ट पैरेंट हैं तो बच्चों के मॉर्निंग रुटीन में पॉजिटिव बदलाव लाकर उनकी इन समस्याओं को दूर कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि स्कूल जाने वाले बच्चों का मॉर्निंग रुटीन क्या होना चाहिए।
बच्चों की नींद पूरी हो :-
इस बात का ध्यान रखें कि आपके बच्चे की नींद पूरी हो। इसके लिए प्रयास करें कि वे कम से कम 7 से 8 घंटे पहले सो जाएं और सुबह फ्रेश होकर उठें। इसके लिए आप उनके बेड रूम को रात में जल्दी तैयार कर दें और रात में घर की रौशनी कम से कम रखें।
रात में कर लें तैयारी :-
बच्चे के कपड़े में प्रेस करना, जूते आदि को रेडी करना आदि की तैयारी रात में ही कर लें। बच्चे को भी ये ही आदत डालें।
मॉर्निंग रुटीन चार्ट :-
बच्चे के लिए मॉर्निंग रुटीन चार्ट बनाएं। इसमें आप समय के साथ लिख सकते हैं कि कब उठना है, ब्रश करना है, टॉयलेट जाना है, नाश्ता आदि कब करना है, ड्रेस कब पहनना है, बैग कब लेना है और स्कूल के लिए कब निकलना है।
शांति बनाए रखें :-
सुबह सुबह गुस्सा करने या इरिटेट होने से बेहतर होगा कि आप शांति बनाए रखें। ऐसा करने से बच्चे और आप दोनों काम पर ध्यान लगा पाएंगे।
वीकेंड बनाएं स्पेश :-
आप बच्चों के लिए रिलैक्स और फन से भरा वीकएंड प्लान करें। ऐसा करने से वे पूरे सप्ताह मन लगाकर काम करेंगे और मोटिवेट रहेंगे।