नेपाल विमान हादसा: नौवें दिन गांव लाया गया मृतकों का शव, हर किसी की आंखें हुई नम

गाजीपुर। नेपाल के पोखरा विमान हादसे में मृत यूपी के गाजीपुर जिले के चारों युवकों का शव नौवें दिन मंगलवार की सुबह उनके पैतृक गांव लाया गया। शव आते ही परिवार के लोग चीख-पुकार करने लगे। ताबूत में बंद शवों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन उसे खोला नहीं गया। परिवार के लोग आंखों से नीर बहाते रहे, वहीं वहां मौजूद हर किसी की आंखों में युवकों की मौत का दर्द दिखा।

अंतिम संस्कार के लिए लोग वाहन से पार्थिव शरीर लेकर गौसपुर स्थित श्मशान घाट के लिए रवाना हुए। सुरक्षा की दृष्टिकोण से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। मालूम हो कि 15 जनवरी को नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे में यूपी के गाजीपुर जिले के चार युवकों की मौत हुई थी।

 

मृतकों में गाजीपुर जिले के चकजैनब गांव निवासी सोनू जायसवाल, चकदरिया चकजैनब निवासी अनिल राजभर, अलावलपुर अफ्गां निवासी विशाल शर्मा और धरवां गांव निवासी अभिषेक सिंह कुशवाहा शामिल थे। ये चारों मित्र थे। युवकों के परिजन शव लेने के लिए घटना के दूसरे रवाना होते हुए 17 जनवरी की रात काठमांडू पहुंचे थे।

मृतकों के परिवार के लोग आंसू बहाते हुए शव आने की राह निहार रहे थे। रात में गांव की शांत फिजां में परिवार के लोगों के सिसकियां सुनाई दे रही थी। गांववासियों सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिनिधिमंडल पहुंचकर परिजनों को सांत्वना देने में जुटे थे। इसी बीच मंगलवार की सुबह करीब नौ बजे काठमांडू के अलग-अलग एंबुलेंस से चारों मृतकों का शव उनके गांव लाया गया।

शव पहुंचते ही मृतकों के परिवार के लोग पूरी तरह से बदहवास होते हुए ताबूत से लिपटकर दहाड़े मारकर चीखने-चिल्लाने लगे। ताबूत को खोला नहीं गया। परिवार के लोग गांववासियों के साथ अंतिम संस्कार के लिए वाहन से पार्थिव शरीर लेकर गौसपुर स्थित श्मशान घाट के लिए रवाना हुए। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

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