रिलेशनशिप। पिता और बेटी का रिश्ता काफी स्पेशल होता है। जहां बेटियां पापा की सबसे चहेती होती हैं, वहीं बेटियों के लिए पापा ही उनके सुपर हीरो होते हैं। ऐसे में पिता भी बेटी से सारी बातें शेयर करते है। पर, क्या आप जानते हैं पिता को बेटी से कुछ बातें कभी नहीं करनी चाहिए? इससे ना सिर्फ बेटियों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, बल्कि आपके रिश्ते में भी दूरियां बढ़ सकती हैं।
पिता और बेटी अक्सर क्लोज फ्रेंड्स होते हैं। ऐसे में बेटियां पिता से हर बात बताती हैं। वहीं, पिता भी अक्सर बेटियों के सामने बेबाक होकर बातें करते हैं लेकिन पिता की कुछ बातें बेटियों को हर्ट भी कर सकती हैं, जिन्हें अवॉयड करके आप अपने रिश्ते को खराब होने से बचा सकते हैं।
बेटे से ना करें तुलना :-
पिता अक्सर बेटियों से बेटों की तरह बनने की उम्मीद रखते हैं, जिसके चलते अधिकतर फादर बेटियों की तुलना बेटों से करने लगते हैं। ऐसे में बेटी के अंदर हीन भावना पैदा हो सकती है, इसलिए बेटी से बेटों की तरह बनने की उम्मीद ना रखें।
काम करने की सलाह देने से बचें :-
बेशक पिता अपनी बेटी से बहुत प्यार करते हैं लेकिन कई बार समाज और परिवार के दबाव में फादर बेटी को घर के काम करने का परामर्श देने लगते हैं, जिससे बेटी हर्ट हो सकती है। उसके मानसिक विकास पर भी बुरा असर पड़ने लगता है, इसलिए बेटी को जबरदस्ती घर के काम करने के लिए ना कहें।
खाने के लिए न करें मजाक :-
कई बार पिता मजाक में ही बेटियों को ज्यादा ना खाने की सलाह दे देते हैं। ऐसे में पिता बेटी से अक्सर कहते हैं कि ज्यादा खाने से मोटी हो जाओगी। आपकी ये बात बेटी को बुरी लग सकती है, इसलिए बेटी को खाने के लिए बिल्कुल ना टोकें।
न दें इस बात की सलाह :-
हंसना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है लेकिन कई बार पिता बेटी को हमेशा हंसने की सलाह देते हैं, ताकि लोग उसे ज्यादा पसंद करेंगे। आपकी ये सलाह बेटी पर भारी पड़ सकती है और बिना बात के हंसने की आदत से लोग उसका मजाक उड़ाने लगेंगे, इसलिए बेटी को ये सलाह देने से बचें।
बात-बात पर टोकें नहीं :-
पिता अक्सर बेटी को लड़कियों के तौर-तरीके फॉलो करने का मशवरा देते हैं। जिससे बेटी निगेविटी का शिकार हो सकती है। ऐसे में बेटियों को भी बेटों की तरह समान आजादी दें और उन्हें बात-बात पर टोंकने की कोशिश बिल्कुल ना करें।