नई दिल्ली। सोमवार को कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि कोयले की कीमतें बढ़ाने के लिए फिलहाल ‘मजबूत आधार’ मौजूद हैं और यह वृद्धि ‘बहुत जल्द’ की जा सकती है। हितधारकों के साथ इसकी चर्चा चल रही है। चेयरमैन अग्रवाल ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी 2025-26 तक एक अरब टन के अपने उत्पादन लक्ष्य को हासिल कर लेगी। उन्होंने कहा कि कोयले की कीमतें बढ़ाने का मजबूत आधार है, क्योंकि पिछले पांच वर्षो में ऐसा नहीं हुआ है। इस साल वेतन पर बातचीत भी हुई है, जिसका असर सीआईएल की वित्तीय स्थिति पर पड़ेगा, खासकर कुछ सहायक कंपनियों पर इसका असर पड़ेगा जहां श्रमशक्ति लागत बहुत अधिक है।
चेयरमैन ने कहा कि अगर कीमतें नहीं बढ़ाई गईं तो कई समस्याएं होंगी। इस पर हितधारकों के साथ चर्चा चल रही है।’ अग्रवाल ने कोलकाता में एमजंक्शन की ओर से आयोजित भारतीय कोयला बाजार सम्मेलन के दौरान कहा, ‘यह बहुत जल्दी होगा।’ एक अरब टन उत्पादन लक्ष्य के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि कोल इंडिया 2025-26 तक इसे हासिल करने की राह पर है, लेकिन यह देश की आवश्यकता और निजी क्षेत्र की वृद्धि जैसे कारकों पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि जो महत्वपूर्ण है वह है उत्पादन करने की तत्परता है। कोल इंडिया के चेयरमैन ने कहा कि कोई भी देश तब तक विकास नहीं कर सकता जब तक कि उसके ऊर्जा संसाधन सुरक्षित नहीं हो जाते। उन्होंने कहा कि इसलिए हमें उत्पादन करने के लिए तैयार रहना चाहिए यदि इसकी आवश्यकता है। उत्पादन को उसी अनुसार समायोजित किया जा सकता है। कोल इंडिया के प्रमुख ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य 2030 तक भूमिगत कोयला उत्पादन को मौजूदा 25-30 करोड़ टन उत्पादन को बढ़ाकर 100 करोड़ टन करना है।