वाराणसी। शिव की नगरी काशी में भारतीय नवसंवत्सर वर्ष 2080 का स्वागत अनोखे अंदाज में किया गया। शंकराचार्य घाट पर नव संवत्सर पर मंगलम कार्यक्रम में बटुकों ने सूर्य नमस्कार से नवसंवत्सर वर्ष का स्वागत किया। नवसंवत्सर वर्ष 2080 के स्वागत में ॐ अंकित भगवा ध्वज से शहर के चौक-चौराहे, गली-मुहल्ले मंगलवार से ही सज गए थे। चैत्र प्रतिपदा विक्रम संवत 2080 से पूर्व ही भगवा आभा से दमकते मुख्य मार्ग अपनी विशिष्टता का परिचय दे रहे थे। जगह-जगह शुभकामना बैनर, अल्पनाएं व रंगोलियां बनाई गई थीं।
हिंदू नव वर्ष की पूर्व संध्या पर मंगलवार को श्रीलाट भैरव भजन मंडल के तत्वावधान में तुलसीदास मार्ग तेलियाना, हनुमानफाटक आदि क्षेत्रों में सड़क के दोनों तरफ दीपमालाएं सजाई गईं। दोपहर से ही क्षेत्र के उत्साही नौजवानों ने आमजनमानस के सहयोग से दीपक सजाने का कार्य प्रारंभ कर दिया। राम जानकी मंदिर के महंत रामदास ने मंदिर परिसर में दीप प्रज्ज्वलित कर दीपोत्सव का शुभारंभ किया। देखते ही देखते अमावस्या की अंधेरी रात दीपक की सात्विक रोशनी से जगमगा उठी। श्रीराम जानकी मंदिर में कलाकारों ने चैती की धुन पर पचरा आदि देवी गीतों की प्रस्तुति दी।