गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक अजीबोगरीब घटना हुई। अंतिम संस्कार के लिए ले जाए गए एक अधेड़ के शव को पुलिस द्वारा पुनः मर्चरी हाउस में रखवाना पड़ा। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिरकार ऐसा क्यों हुआ। दरअसल, बीते दिनों सड़क दुर्घटना में एक अधेड़ की मौत हो गई थी। मंगलवार की शाम पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। लेकिन श्मशान पर अंतिम संस्कार के दौरान परिजनों ने मृतक का चेहरा देखा तो वह कोई और था। इस पर परिजनों ने हंगामा शुरु कर दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत कराया। जंगीपुर थाना पुलिस मर्चरी में रखे अधेड़ के शव का पोस्टमार्टम कराने में जुट गई। जबकि अज्ञात शव को मर्चरी में रखवाया।
मालूम हो कि जंगीपुर थाना क्षेत्र के सआदतपुर गांव निवासी रविंद्र यादव (45) बीते 20 मार्च की देर शाम साइकिल से जंगीपुर बाजार से खाद लेकर जा रहे थे। इसी दौरान फोरलेन स्थित राजीपुर मोड़ के पास तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रक के जद में आने से उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद शव रात में ही मर्चरी हाउस में रखवा दिया था।
घटना के दूसरे दिन जंगीपुर पुलिस मर्चरी हाउस से पंचनाम भरकर पोस्टमार्टम के लिए शव लेकर आई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। परिवार के लोग शव लेकर श्मशान पहुंचे तो मृतक के परिवार के एक सदस्य ने जब चेहरा देखा तो शव रविंद्र यादव का नहीं था। इस पर परिवार के सहित अन्य लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर देर शाम पहुंची कोतवाली पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
सूचना मिलने में जंगीपुर थाना पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस मौके पर पहुंची मर्चरी हाउस से रविंद्र यादव का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने में जुट गई। जबकि जिस अज्ञात शव का पोस्टमार्टम कराया गया है, उसे शादियाबाद पुलिस ने दो दिन पूर्व मर्चरी हाउस में रखवाया था। इस संबंध में जंगीपुर थानाध्यक्ष अशोक मिश्रा ने बताया कि रविंद्र का शव क्षत-विक्षत हो गया था। मर्चरी हाउस में एक अज्ञात शव रखा हुआ था। पहचान में दिक्कत हुई है। देर रात मृतक रविंद्र यादव के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सुपुर्द कर गया। इसके बाद उसका अंतिम संस्कार हुआ।