महत्वपूर्ण जानकारी। हिन्दू धर्म में किसी भी देवता की पूजा करने से पहले भगवान गणेंश की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि जिस घर में विघ्नहर्ता गणेश का पूजन होता है। वहां अमंगलकारी घटनाएं और दुख दरिद्रता नहीं आती है साथ ही बुद्धि का विकास होता है। इस लिए इन्हे बुद्धि का देवता भी कहा जाता है। गणपति जी की पूजा में तमाम तरह की वस्तुएं इन्हें अर्पित की जाती हैं। इनमें से ही एक है सुपारी। शास्त्रों के मुताबिक, सोपारी को भगवान गणेश का स्वरूप माना जाता है। कहा जाता है कि पूजा की सुपारी पर जनेऊ चढ़ाकर जब गणेंश जी को पूजा जाता है तो यह अखंडित सुपारी गौरी गणेश का रूप बन जाती है। वहीं शास्त्रों में पूजा की सुपारी से जुड़े कई उपाय बताए गए हैं। जिन्हें करके आप आपके जीवन में कई सकारात्मक बदलाव कर सकते हैं। तो चलिए जानते है कि इस छोटे से सुपारी के चमकत्कारी उपाय के बारें में।
धन प्राप्ति के लिए उपाए
शास्त्रों के मुताबिक, पैसों की कमी को दूर करने के लिए गणेश जी की पूजा के बाद सुपारी को लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आर्थिक समस्याओं से निजात मिलेगी और धन में बढ़ोतरी होगी।
विशेष कार्य में सफलता से जुड़े उपाए
कहा जाता है कि किसी विशेष काम के लिए जा रहे हैं तो एक पूजा की सुपारी और एक लौंग गणेश जी के समक्ष लाल कपड़े में रखकर ऊं गं गणपतए नम: मंत्र का जाप करें और फिर इसे अपने साथ रखकर ले जाएं। कार्य में बाधाएं नहीं आएगी और सफलता प्राप्त होगी।
नौकरी-व्यापार में तरक्की के लिए उपाए
नौकरी में तरक्की और व्यापार में वृद्धि के लिए शनिवार की रात पीपल के पेड़ की पूजा करके सुपारी और एक रुपये का सिक्का अर्पित करें। इसके बाद अगले दिन सुबह ही पीपल के पेड़ से एक पत्ते में इसी सुपारी और सिक्के को रखकर अपने धन स्थान पर रख दें। कहा जाता है कि ऐसा करने से कारोबार में बढ़ोतरी होती है, करियर में तरक्की मिलती है।
बिगड़े काम बनाने के लिए कुछ उपाए
ऐसा कहा जाता है कि लंबे समय से अटके काम में कामयाबी पाने के लिए एक पान के पत्ते पर देसी घी में लाल सिन्दूर मिलाकर स्वस्तिक बनाएं, इसके बाद कलावे में लपेटी हुई सुपारी पत्ते पर रखें। बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा के बाद इन सभी को एक लाल कपड़े में लपेटकर पूजा स्थान पर रख दें। प्रतिदिन इसकी पूजा करें। काम में व्यवधान नहीं होंगे।
नजरदोष के लिए सोपारी के उपाए
यदि किसी को नजरदोष है तो सुपारी को 7 बार अपने उस व्यक्ति के सिर से उतार कर हवन कुंड में जला दें। इससे बलाएं टल जाएंगी।