पाकिस्तान। कराची की जेल में एक भारतीय कैदी की मौत के बाद खबर आई है कि पाकिस्तान की सरकार 199 भारतीय मछुआरों को रिहा करने की तैयारी कर रही है। सद्भावना के तहत पाकिस्तान की सरकार इन भारतीय मछुआरों को जेल से रिहा करेगी। इन कैदियों को कराची की जेल से लाहौर भेजा जाएगा और लाहौर से इन कैदियों की वाघा बॉर्डर के जरिए भारत में वापसी होगी।
12 मई को होगी रिहाई
कराची के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी काजी नजीर के मुताबिक, संबंधित मंत्रालय से भारतीय कैदियों को रिहाई का आदेश आया है। 12 मई को इन कैदियों को रिहा कर लाहौर भेजा जाएगा। जिन कैदियों को रिहा किया जाएगा, वो पाकिस्तान की लंडी जेल में बंद हैं। बता दें कि पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदी जुल्फिकार की हाल ही में एक अस्पताल में मौत हो गई थी। जुल्फिकार को तबीयत खराब होने पर कराची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन वहां इलाज के दौरान भारतीय कैदी ने दम तोड़ दिया। जांच में पता चला कि फेफड़ों में संक्रमण के चलते कैदी की मौत हुई।
पाकिस्तान की जेलों में हालात खराब
पाकिस्तान की जेलों में कैदियों के कल्याण के लिए काम करने वाली पाकिस्तानी संस्था ईदी वेलफेयर ट्रस्ट भारतीय कैदियों को लाहौर ले जाने का इंतजाम करेगी। ट्रस्ट के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की जेलों में हालात बेहद खराब हैं और वहां डॉक्टरों और इलाज की भी समुचित व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से कैदी बीमार पड़ते हैं और कई बार उनकी मौत भी हो जाती है।
सजा पूरी होने के बावजूद जेलों में बंद भारतीय कैदी
मिली जानकारी के मुताबिक, 654 भारतीय मछुआरे पाकिस्तान के कराची में स्थित लंडी और मालिर जेलों में बंद है। आपको बता दें कि अधिकतर जो मछुआरे पकड़े जाते हैं वो अनपढ़ और गरीब होते हैं और वह गलती से भारत से पाकिस्तान के जलक्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं। भारतीय जेलों में भी 83 पाकिस्तानी मछुआरे बंद हैं। पाकिस्तान की जेलों में बंद 654 भारतीय कैदियों में से 631 कैदी अपनी सजा पूरी करने के बावजूद भी जेल में बंद है और अपनी रिहाई का इंतजार कर रहे हैं।