नई दिल्ली। अब चार साल के ग्रेजुएशन के बाद तुरंत पीएचडी में दाखिला लें सकते है। जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में पहली बार यह प्रस्ताव दिया गया था कि, 4 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स के बाद डायरेक्ट पीएचडी में एडमिशन दिया जाए। जिसके अनुसार यूजीसी ने उच्च शिक्षा के लिए नए नियम भी बनाए थे। जिस पर अब अमल होना शुरू हो गया है। बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय पहला संस्थान होगा, जो यह सुविधा को शुरू करने जा रहा है। इसे लेकर जल्द ही ऑर्डिनेंस लाया जाएगा। जिसके बाद कार्य परिषद की बैठक में इसे लागू भी कर दिया जाएगा।
रिपोर्ट में मिली जानकारी के मुताबिक, लखनऊ विश्वविद्यालय इसी सत्र, 2023-24 से नए नियमों के तहत एडमिशन प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। जिसके अंतरगत 4 साल के ग्रेजुएशन के साथ 1 साल का पोस्ट ग्रेजुएशन करने वालों को पीएचडी में एडमिशन का मौका दिया जाएगा, या फिर ग्रेजुएशन में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर डायरेक्टर पीएचडी में एडमिशन मिल सकेगा। इसके साथ ही पीएचडी पूरा करने के लिए दिव्यांग वर्ग के उम्मीदवारों को 10 साल तक का समय दिया जाएगा।