Delhi News: भारत सरकार के साथ ब्रिटिश एयरोस्पेस कंपनी रोल्स रॉयस के खिलाफ धोखाधड़ी करने के आरोप में सीबीआई ने केस दर्ज किया है। जिसमें ब्रिटिश एयरोस्पेस कंपनी रोल्स रॉयस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक टिम जोन्स के अलावा दो निजी व्यक्तियों सुधीर चौधरी और भानु चौधरी के साथ अन्य लोक सेवकों व निजी लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। यह मामला मैसर्स रोल्स रॉयस टर्बोमेका लिमिटेड सहित रोल्स रॉयस पीएलसी, यूके और इसकी सहयोगी समूह कंपनियों से हॉक विमान की खरीद में धोखाधड़ी करने से जुड़ा है।
सीबीआई ने कहा कि अज्ञात लोक सेवकों ने अपने आधिकारिक पदों का दुरुपयोग किया। अधिकारियों ने 734.21 मिलियन ब्रिटशि पाउंड की कीमत के 24 हॉक 115 एडवांस जेट ट्रेनर विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी। इसके अलावा मैसर्स हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड को 42 अतिरिक्त विमानों के निर्माण के लिए भी लाइसेंस की अनुमति दी गई, जिसके लिए निर्माता कंपनी को 308.247 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त राशि का भुगतान निर्माण साम्रगी के लिए भी करने की मंजूरी देकर उनकी खरीदारी को हरी झंडी दिखाई थी। सीबीआई ने इसे भ्रष्टाचार का मामला बताते हुए केस दर्ज किया है।
इसके साथ ही निर्माता कंपनी को लाइसेंस शुल्क के लिए 7.5 मिलियन अमरीकी डालर की अतिरिक्त राशि देने को भी स्वीकृति दी गई थी। इस पूरे मामले में अब सीबीआई ने पाया है कि ब्रिटशि निर्माता कंपनी ने बड़ी रिश्वतखोरी और कमीशन का खेल खेला है और अज्ञात अधिकारी व बिचौलियों को हवाई जहाज खरीदने के मामले में बड़ी रिश्वत दी है और कमीशनखोरी की है।