G-20 Summit in Varanasi: वाराणसी में जी-20 शिखर सम्मेलन के विकास मंत्रीयों के बैठक के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला में बाधा, कर्ज संकट और ऊर्जा, खाद्य एवं उर्वरक सुरक्षा संबंधी दबाव के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था चुनौतियों का सामना कर रही है। वहीं, जयशंकर ने चुनौतियों से वैश्विक एकजुटता की अपील की।
सरकार ने बनाया रोडमैप
आपको बता दें कि विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने टिकाऊ विकास लक्ष्यों के लिए महत्वकांक्षी सात वर्षीय कार्य योजना तैयार की है, जिसमें जी-20 गतिविधियों के लिए समावेशी रोडमैप पेश किया गया है। इसके तहत डिजिटल सार्वजनिक आधारभूत ढांचा विकास, महिलाओं की बेहतरी के लिए निवेश और ऊर्जा संसाधनों पर फोकस किया गया है। उन्होने कहा कि दुनिया आज अभूतपूर्व संकटों का सामना कर रही है और हर दिन अधिक परिवर्तनशील और अनिश्चित होता जा रहा है।
उन्होन आगे कहा कि कई देशों में महंगाई, ब्याज दर और राजकोषीय घाटे का प्रभाव पड़ा है और गरीब तबका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। हम आज जो फैसला करेंगे, उसमें भविष्य को समावेशी, टिकाऊ और लचीला बनाने की क्षमता होगी।