Amarnath Yatra: शिवभक्तों के स्वागत के लिए जम्मू-कश्मीर तैयार, 1 जूलाई से शुरू होगी अमरनाथ की यात्रा

Amarnath Yatra 2023: शिवभक्तों के लंबे समय का इंतजार अब जल्‍द ही समाप्‍त होने वाला है। जी हां. बाबा अमरनाथ की यात्रा 1 जुलाई से शुरू होने वाली है। वहीं, श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए जम्मू-कश्मीर भी पूरी तरह से तैयार है। बता दें कि अब तक बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए करीब 3 लाख तीर्थ यात्री अग्रिम पंजीकरण करवा चुके हैं। अमरनाथ गुफा के लिए कल भगवती नगर से श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना होगा।

यात्रा के दौरान होंगे सुरक्षा के कड़े इंतजाम

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड और स्थानीय प्रशासन ने बताया कि भक्तों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके अलावा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इस साल यात्रा में रिकार्ड तोड़ तीर्थ यात्रियों के शामिल होने की उम्मीद है। वहीं, पिछले साल 44 दिन की यात्रा में करीब 20 दिन खराब मौसम की भेंट चढ़े थे और यात्रा काफी प्रभावित हुई थी। इस बार सुरक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। गुफा मंदिर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की जगह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के कर्मियों की तैनाती हुई है, जो माउंटेन वारफेयर में ट्रेंड होते हैं।

डॉग स्क्वाड के साथ NDRF की टीम पहले से ही तैनात

आईटीबीपी और सीमा सुरक्षा बल लगभग आधा दर्जन शिविरों की निगरानी करेंगे, जो पहले देश की प्राथमिक आंतरिक सुरक्षा बल सीआरपीएफ द्वारा सुरक्षित होते थे। आईटीबीपी ने पिछले साल अमरनाथ यात्रा के दौरान अचानक आई बाढ़ के बाद भी राहत एवं बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अधिकारी ने दावा किया कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आईटीबीपी एक पहाड़ी सेना है, जो प्राकृतिक त्रासदियों के लिए प्रशिक्षित है।  केंद्रीय गृह मंत्रालय ने किसी भी आतंकी कार्रवाई का मुकाबला करने और आपदाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए इंटर-एजेंसी कोआर्डिनेशन और ड्रोन, डॉग स्क्वायड  और एरियर सर्वे टीमों के उपयोग पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ के डॉग स्क्वाड की एक टीम पहले ही तैनात कर दी गई है, ताकि उन्हें ऊंचाई और ठंडे मौसम के अनुकूल बनाया जा सके।

62 दिनों की होगी अमरनाथ की यात्रा
बता दें कि इस वार्षिक तीर्थयात्रा की अवधि अबकी 62 दिनों की होगी, जो 1 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलने वाली है। अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्री दो मार्गों- बालटाल और पहलगाम से यात्रा करते हैं। श्री अमरनाथ श्रराइन बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल 3.45 लाख श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर का दौरा किया था और इस बार यह आंकड़ा 5 लाख तक जा सकता है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *