New Delhi: ड्रग्स के खिलाफ केंद्र सरकार की ओर से चलाए गए अभियान के तहत सोमवार को बड़ा कदम उठाया। देश के विभिन्न हिस्सों में 2,381 करोड़ रुपए कीमत के 1.44 लाख किलोग्राम से अधिक ड्रग्स नष्ट किए गए। यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डिजिटली मौजूदगी के दौरान की गई। बता दें कि विभिन्न शहरों में नशीले पदार्थों को नष्ट किया गया और शाह ने ‘नशीले पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा’ पर सम्मेलन में भाग लेते समय नई दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए इस कार्रवाई को देखा। सबसे अधिक नशीले पदार्थ मध्य प्रदेश में नष्ट किए गए।
अधिकारियों के मुताबिक, नष्ट किए गए नशीले पदार्थों में नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की हैदराबाद इकाई द्वारा जब्त किए गए 6,590 किलोग्राम, इंदौर इकाई द्वारा बरामद किए गए 822 किलोग्राम और जम्मू इकाई द्वारा बरामद किए गए 356 किलोग्राम ड्रग्स शामिल हैं। इसके अलावा, विभिन्न राज्यों की विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसी द्वारा भी नशीले पदार्थों को नष्ट किया गया। मध्य प्रदेश में 1,03,884 किलोग्राम, असम में 1,486 किलोग्राम, चंडीगढ़ में 229 किलोग्राम, गोवा में 25 किलोग्राम, गुजरात में 4,277 किलोग्राम, हरियाणा में 2,458 किलोग्राम, जम्मू-कश्मीर में 4,069 किलोग्राम, महाराष्ट्र में 159 किलोग्राम, त्रिपुरा में 1,803 किलोग्राम और उत्तर प्रदेश में 4,049 किलोग्राम ड्रग्स नष्ट किए गए।
सोमवार को की गई इस कार्रवाई के बाद मात्र एक साल में नष्ट किए गए नशीले पदार्थों की कुल मात्रा बढ़कर करीब 10 लाख किलोग्राम हो गई है, जिसकी कीमत 12,000 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने नशा मुक्त भारत बनाने के लिए नशीले पदार्थों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाई है। दरअसल, आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 1 जून, 2022 से शुरू हुए 75 दिवसीय अभियान के दौरान 75,000 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। एनसीबी की क्षेत्रीय इकाइयों और राज्यों के नशीले पदार्थ रोधी कार्य बलों ने एक जून, 2022 से 15 जुलाई, 2023 के बीच सामूहिक रूप से लगभग 9,580 करोड़ रुपये मूल्य के करीब 8,76,554 किलोग्राम नशीले पदार्थ नष्ट किए, जो निर्धारित लक्ष्य से 11 गुना से भी अधिक है।