Silver utensils benefits: ज्योतिष शास्त्र में हर चीज का कुछ न कुछ महत्व और इससे जुड़े कुछ खास उपाए बताए गए है, चाहे वो पेड़-पौधे, वस्त्र हो या, रत्न। वहीं, ग्रह-नक्षत्रों के बारे में जिस तरह इनके महत्व के बारे में बताया गया है, वैसे ही ज्योतिष में धातु के महत्व के बारे में जिक्र किया गया है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सोना, चांदी, पीतल, लोहा जैसी सभी धातुओं का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है, जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। ऐसे में ही आज हम आपको बताने जा रहे है चांदी से बने वर्तनों के बारे में। ज्योतिष में चांदी को शुद्ध और पवित्र धातु बताया गया है। यही कारण है कि हिंदू धर्म में चांदी का प्रयोग सबसे ज्यादा किया जाता है। तो चलिए जानते है चांदी से जुड़े कुछ खास बातों के बारे में…
चांदी का ग्रहों से कनेक्शन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चांदी के बर्तनों का प्रयोग पूजा-पाठ, शादी-विवाह, लेन-देन जैसे कई अवसरों पर किया जाता है। वास्तु में भी चांदी के बर्तनों को शुभ माना गया है। इसके प्रयोग से घर पर सुख-समृद्धि आती है। आपको बता दें कि चांदी का संबंध चंद्रमा और शुक्र ग्रह से होता है, इसलिए चांदी धातु के प्रयोग से कुंडली में चंद्रमा और शुक्र ग्रह भी मजबूत होते हैं।
चांदी के बर्तन से जुड़ा है सुख-सौभाग्य
घर पर स्टील, पीतल और कांच आदि कई तरह के बर्तन होते हैं। लेकिन घर पर चांदी के बर्तन होना बेहद शुभ माना जाता है। यदि आप खाने-पीने के लिए चांदी के बर्तनों का प्रयोग नहीं कर सकते तो भगवान की पूजा के लिए चांदी के बर्तनों का प्रयोग जरूर करें। आपको बता दें कि पूजा घर के मंदिर में चांदी का दीपक, कटोरी, घंटी, आमचनी और कलश होना शुभ होता है। इससे घर पर सुख-संपन्नता आती है।
ऐसे करें चांदी के बर्तनों का प्रयोग
आपको बता दें कि चांदी के बर्तनों के प्रयोग से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। चांदी के ग्लास में पानी पीने से सर्दी-खांसी ठीक होती है। चांदी की कटोरी और चम्मद से बच्चों को शहद खिलाना चाहिए। लेकिन ध्यान रहे कि हमेशा शुद्ध चांदी का ही प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों को भावनात्मक परेशानियां होती है, उन्हें चांदी के बर्तनों के प्रयोग से बचना चाहिए।