75 years of constitution: आज संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर केंद्र सरकार ने मंगलवार से ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ अभियान की शुरुआत की, जो साल भर चलने वाला है. इस अभियान की शुरुआत पुराने संसद भवन में आयोजित कार्यक्रम से हुई. वहीं, इस खास मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 75 रुपये का स्मारक सिक्का और डाक टिकट का अनावरण किया. इस दौरान कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्रियों के साथ संसद के दोनों सदन के सदस्य मौजूद रहें.
राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों को किया संबोधित
राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान दिवस के मौके पर संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान एक जीवंत और प्रगतिशील दस्तावेज है. हमारा संविधान, हमारे लोकतांत्रिक गणतंत्र की सुदृढ़ आधारशिला है, जो हमारे सामूहिक और व्यक्तिगत स्वाभिमान को सुनिश्चित करता है. सविंधान सभा के दौरान ही सभी प्रान्तों और क्षेत्रों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति से, अखिल भारतीय चेतना को स्वर मिला था.
संविधान दिवस पर क्या बोले उपराष्ट्रपति धनखड़
वहीं, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी संविधान दिवस पर संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हमें हमेशा देश को पहले रखना चाहिए और अब तो सबसे ज्यादा चौकन्ना रहने की आवश्यकता है. क्योंकि विकसित भारत 2047 के हमारे लक्ष्य को पाने के लिए यह प्रतिबद्धताएं जरूरी हैं.
आज का दिन ऐतिहासिक मील का पत्थर
उन्होंने कहा कि आज का दिन एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है, क्योंकि हम भारत द्वारा अपना संविधान अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े और सबसे गतिशील लोकतंत्र के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है. धनखड़ ने कहा कि यह हमारे संविधान के मूल्यों पर विचार करने और इसके मार्गदर्शक सिद्धांतों के प्रति हमारे समर्पण की पुष्टि करने का अवसर है.
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