Pariksha Pe Charcha 2025: छात्रों से लेकर पैरेंट्स तक सभी को पीएम मोदी ने दिया टिप्‍स, कहा-उम्र चाहें कोई भी हो…

PPC 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देशभर के छात्रों के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ कर रहे है. इस बीच उन्‍होंने छात्रों को परीक्षा को लेकर कई टिप्‍स दिए. इसके साथ ही उन्‍होंने परीक्षा के दौरान होने वाले डिप्रेशन से भी बचने के नियम बताए. इतना ही नहीं उन्‍होंने पैरेंट्स को भी एडवाइस दी. उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की स्किल पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि हर बच्चा अलग-अलग फील्ड में अच्छा होता है.

‘परिणामों के बारे में सोचें’

पीएम मोदी ने कहा कि कभी भी पहले सामने वाले की बात सुननी चाहिए, उसके बाद उसपर सवाल करना चाहिए और उसके परिणामों के बारे में भी सोचना चाहिए. फिर सोच समझ कर अंत में उसे खुद पर अप्लाई करना चाहिए.

फेलियर से कैसे बचें?

वहीं, छात्रों को फेलियर से बचने का भी उन्‍होंने टिप्स दिया. पीएम मोदी ने कहा कि फेल हो जाने से जिंदगी नहीं अटकती. आपको ये तय करना होगा कि आपको किताबों में सफल होना है या जीवन में सफल होना है. अपनी विफलताओं को अपना टीचर बनाएं और उससे सीखें.

‘मेरी हैंडराइटिंग सुधारने में शिक्षकों ने की मदद’

इसके अलावा उन्‍होंने अपनी पढ़ाई के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि उनकी हैंडराइटिंग बहुत अच्छी नहीं थी, इसलिए उसे सुधारने के लिए उनके शिक्षकों ने बहुत मेहनत की. इस दौरान उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि उनकी हैंडराइटिंग भले ही ठीक नहीं हुई, लेकिन उन शिक्षकों की हैंडराइटिंग जरूर ठीक हो गई.

‘लिखने पर जोर दें’

इस दौरान उन्‍होंने छात्रों को लिखने पर ज्‍यादा जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि हमेशा लिखने की आदत होनी चाहिए, चाहे उम्र को भी हो.

‘किताबी कीड़ा न बनें’

पीएम मोदी ने छात्रों को कहा कि वो किताबी कीड़ा न बनें, लेकिन ज्ञान प्राप्त करने से पीछे भी नहीं हटें. उन्होंने कहा कि इंसान को हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए.

‘रोबोट की तरह नहीं जीना है’

पीएम ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ रिलैक्स होने की भी जरूरत होती है. अपने माता-पिता को समझाएं कि रोबोट की तरह नहीं जीना है, हम इंसान हैं. बच्चों को किताबों में ही बंद कर देंगे कि वो विकास नहीं कर सकते. उन्हें खुला आसमान चाहिए होता है, अपनी पसंद की चीजें करनी चाहिए.

‘जिंदगी तबाह हो जाएगी’

पीएम ने कहा कि हमारे समाज में दुर्भाग्य से ये घुस गया कि अगर हम स्कूल में इतने नंबर नहीं लाए, दसवीं-बारहवीं में इतने नंबर नहीं आए तो जिंदगी तबाह हो जाएगी. इसलिए पूरे घर में तनाव हो जाता है, ऐसे में आपको खुद को तैयार करना है.ऐसे में इस तनाव को मन में न लें और तय करें कि आपको आज कितना पढ़ना है. ये अगर आप कर लेते हैं, तो आप इस तनाव से खुद को निकाल सकते हैं.

पैरेंट्स को भी दी एडवाइस

पीएम मोदी ने बच्चों के साथ ही उनके पैरेंट्स को भी एडवाइस दी. उन्‍होंने कहा कि अभिभाव‍कों को अपने बच्चों की स्किल पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि हर बच्चा अलग-अलग फील्ड में अच्छा होता है. क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए कहा पीएम मोदी ने कहा कि वो खेल में अच्छे हैं, पढ़ाई में नहीं. साथ खुद के बारे में बताते हुए उन्‍होंने कहा कि एक बार उनसे पूछा गया था कि यदि वो प्रधानमंत्री नहीं होते, मंत्री होते तो कौन सा डिपार्टमेंट चुनते. इसपर उन्होंने कहा कि वो स्किल डिपार्टमेंट चुनते, क्योंकि स्किल बहुत जरूरी है.

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