Bhuj: गुजरात के भुज वायु सेना स्टेशन का रक्षा मंत्री ने दौरा किया। इस एयरबेस को पिछले सप्ताह पाकिस्तानी सेना की ओर से निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों ने उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया था। राजनाथ की यह यात्रा जम्मू-कश्मीर की यात्रा, नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के एक दिन बाद हुई।
रक्षा मंत्री ने कहा
जानकारी के अनुसार उनका कहना है कि पहलगाम में मारे गए सभी निर्दोष नागरिकों को और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए हमारे सैनिकों को नमन करता हूं। हमारे जो सैनिक घायल हुए हैं मैं उनके साहस को भी नमन करता हूं और ईश्वर से यह प्रार्थना करता हूं कि वो जल्द से जल्द स्वस्थ हों। रक्षा मंत्री ने सुरक्षाबलें को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश की मजबूत भुजा भुज में आप सबके बीच आकर मुझे बड़ा गर्व हो रहा है। यह भुज, 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का साक्षी रहा है। मैं आप सभी वायु योद्धाओं समेत, सशस्त्र बलों और बीएसएफ के सभी जांबाजों को सलाम करता हूं।
राष्ट्रीय रक्षा सिद्धांत का बना हिस्सा
राजनाथ सिंह ने कहा कि अब आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई, केवल सुरक्षा का विषय नहीं, बल्कि राष्ट्रीय रक्षा सिद्धांत का हिस्सा बन चुकी है। उन्होंने कहा कि हम आपके साथ मिलकर इस हाइब्रिड और प्रॉक्सी युद्ध को जड़ से समाप्त करेंगे। जिसमें वह आसुरी शक्तियों के विनाश का प्रण लेते हैं। ‘निसिचर हीन करउं महि, भुज उठाइ पन कीन्ह।’ अर्थात जिस प्रकार भगवान राम ने अपनी भुजाओं को उठाकर, धरती को राक्षस विहीन करने का प्रण लिया था। ठीक उसी प्रकार, प्रभु श्री राम के आदर्शों का पालन करते हुए हमने भी आतंकवाद को, जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है।
रक्षा मंत्री ने किया जम्मू-कश्मीर दौरा
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहले भी 15 मई को जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था और वहां की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया था। श्रीनगर के बडामी बाग कैंटोनमेंट में सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा था, ‘पीएम मोदी ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति को नए सिरे से परिभाषित किया है। कहा, ‘ये केवल बचाव नहीं था, बल्कि साहसिक निर्णय लेकर किया गया जवाब था। आतंकियों ने हमारे लोगों को धर्म देखकर मारा, हमने उन्हें उनके कर्मों की सजा दी। यह हमारा धर्म था।’
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमले किए। उनके हमले वाले ठिकानों को ध्वस्त किया गया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पाहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई थी। इसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, जिनका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा, जिनमें एयर बेस, रडार साइट्स, और कमांड सेंटर शामिल हैं।
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