UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने मरीजों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है. अब लखनऊ समेत छह जिलों में सीटी स्कैन जांच बिल्कुल पूरी तरह से मुफ्त कर दिया गया है. इससे गरीब मरीजों को लाभ मिलेगा और वो अपना इलाज करा सकेंगे. पहले इन छह जिलों में सीटी स्कैन के लिए मरीजों से 500 रुपये लिए जाते थे. लेकिन, अब यह पैसा नहीं देना होगा.
यह फैसला डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर लिया गया है. उन्होंने कहा कि जैसे बाकी जांच मुफ्त होती हैं. अब सीटी स्कैन भी बिना किसी खर्च के किया जाएगा.
मुफ्त सीटी स्कैन की व्यवस्था
यूपी में कई बार पैसों की कमी की वजह से लोग अपना सीटी स्कैन तक नहीं करवा पाते थे. लेकिन, अब सरकार की इस पहल से गरीब मरीजों को लाभ मिलेगा. जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन के लिए पैसा लेना बंद कर दिया है, ताकि हर वर्ग के मरीज को बराबर और अच्छी इलाज की सुविधा मिल सके.
मुफ्त सीटी स्कैन की व्यवस्था अब लखनऊ, आगरा, गोरखपुर, कुशीनगर, मुरादाबाद और रायबरेली के जिला अस्पतालों में तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है. अब तक इन जिलों में सीटी स्कैन के लिए मरीजों से पैसे लिए जाते थे, जिससे मरीजों पर खर्च का बोझ पड़ता था.
यूपी में 12 नए मेडिकल कॉलेजों को मिली मंजूरी
इसके साथ ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि सरकार ने प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेजों और कानपुर के दो बड़े अस्पतालों के लिए 464.70 लाख रुपये की मंजूरी दी है. इसमें आगरा, कानपुर, प्रयागराज, मेरठ, झांसी, गोरखपुर, बांदा, आजमगढ़, सहारनपुर, अंबेडकर नगर, जालौन, कन्नौज और बदायूं के मेडिकल कॉलेज शामिल हैं.
साथ ही, कानपुर के हृदय रोग संस्थान और जेके कैंसर संस्थान को भी इस योजना में शामिल किया गया है. हर मेडिकल कॉलेज को 33.5 लाख रुपये और जेके कैंसर संस्थान को 31 लाख रुपये दिए गए हैं. इस पैसे से इन अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में जरूरी इलाज की मशीनें, उपकरण और सुरक्षा के इंतजाम करेगी. जिससे मरीजों के इलाज की सुविधाएं और बेहतर की जाएंगी.
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