Health tips: तनाव हर बीमारी की जड़ है और खुशी हर बीमारी का इलाज। अगर आप खुश रहते हैं तो बीमारियां आपके पास भी नहीं फटकेंगी। लेकिन आज के समय में लोग खुश नहीं रहते, जिसका असर सेहत पर पड़ता है और डिप्रेशन, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां हो रही हैं। गूगल पर लोग ये सवाल सबसे ज्यादा पूछते हैं कि खुश कैसे रह सकते हैं (How to Stay Happy), यहां हम आपको बताने वाले हैं कुछ तरीके जिन्हें अपनाकर आप खुश रह सकते हैं और बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं।
तेजी से बढ़ रही हैं मानसिक समस्याएं
UN की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक तो दुनियाभर में एक अरब से ज्यादा लोग मेंटल हेल्थ इश्यू से जूझ रहे हैं। इनमें एंग्जायटी और डिप्रेशन सबसे कॉमन हैं। महिलाओं पर बोझ और भी ज्यादा है। दुनिया में 58 करोड़ महिलाएं और 51 करोड़ पुरुष मानसिक बीमारियों से पीड़ित हैं। भारत में महिलाओं की हेल्थ बजट पर ‘तीन गुना ज्यादा’ खर्च हो रहा है। अब सवाल ये है कि क्या खुश रहना इतना मुश्किल है?
मन की सेहत खराब तो पड़ेंगे बीमार
- डायबिटीज़
- हाइपरटेंशन
- हार्ट प्रॉब्लम
- इनडायजेशन
- ओबेसिटी
- डिप्रेशन
कैसे खुश रहें?
आभार व्यक्त करें, थैंक्स कहने में कंजूसी न करें – अपनी मानसिक स्थिति को दिन भर सकारात्मक बनाए रखने के लिए उन बातों के लिए आभारी होना सीखें, जिनसे आप सचमूच में अच्छा महसूस करते हैं. छोटी-छोटी बातों या मदद के लिए भी दूसरों और खुद को धन्यवाद कहना अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं. यह शानदार आदत आपकी जिंदगी को खुशहाल बना सकता है.
एक्सरसाइज करना कभी मिस न करें – अगर आप बीमार न हों तो कभी भी अपने एक्सरसाइज को मिस न करें. रोजाना कसरत करने की आदत आपके शरीर और मन दोनों को स्वस्थ और प्रसन्न रखने में मदद करता है. नियमित व्यायाम की आदत को जितनी जल्दी अपना लेंगे, आगे की जिंदगी उतनी बेहतर और खुशहाल हो जाएगी.
मदद मांगने या करने में कभी पीछे न हटें – तेजी से आधुनिक होती दुनिया में अक्सर लोग एक-दूसरे की मदद करने में संकोच करते हैं. ऐसा बिल्कुल न करे. अपने आसपास जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़े. आपकी मदद से कोई खुश होता है, तो उसे देखकर आपको दोगुनी खुशी मिलती है. यकीन नहीं आता तो ऐसा करके देखें. दूसरों की मदद से मिलने वाली संतुष्टि सामुदायिक संबंधों को भी मजबूत करती है.
हर हाल में अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखें – हर परिस्थिति में अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखने से तन और मन दोनों को रिलैक्स रखने में मदद मिलती है. नकारात्मक विचारों के चलते होने वाले बेवजह के तनाम से मुक्ति मिलती है और जिंदगी खुशहाल हो जाती है.
हंसे-मुस्कराएं और लोगों को भी प्रेरित करें- हंसते, मुस्कुराते रहने से खुशी अपने आप खींची चली आती है. कहते हैं कि हंसी बेहद संक्रामक होती है. इसलिए रोजाना कुछ देर हंसने और मुस्कुराने की आदत बनाएं. अगर इसे सामूहिक तौर पर कर सकें तो और भी बेहतर असर होगा. इससे हमारा मनोबल बढ़ता है और आसपास पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है.
खानपान को सेहतमंद बनाएं – सही, संतुलित और सेहतमंद डाइट लेने से दिनभर ताजगी बनी रहती है. ताजे फल और ताजी सब्जियां, गर्म और साफ-सुथरा खाना खाने से शरीर के साथ ही मन भी ऊर्जा से भरा रहता है. प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स वगैरह से भरा खानपान लोगों को अच्छा और खुश बनाए रखता है.
टाइम मैनेजमेंट करें, प्रॉयरिटी सेट करें – अपने जीवन को खुशहाली से भरने के लिए समय के उचित प्रबंधन की तकनीक को जरूर अपनाएं. इससे न सिर्फ बेवजह का तनाव कम होता है, बल्कि प्राथमिकता तय करने में भी मदद मिलती है. काम का दबाव कम होने से जीवन में वर्क लाइफ बैलेंस बना रहता है और लोग अपनी खुशी के लिए वक्त निकाल पाते हैं.
मी-टाइम यानी खुद के लिए समय निकालें – जिंदगी को खुशहाल बनाने के लिए अपने साथ वक्त बिताने की आदत को जरूर डेवलप करें. इस ‘मी-टाइम’ का अपना पसंदीदा काम करने में भरपूर इस्तेमाल करें. खुद की देखभाल करना लाइफ को खुशियों से भर देता है. इससे शरीर, मन और आत्मा तीनों को संतुष्टी और खुशियों से भर देता है.
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