Ghazipur: जखनिया क्षेत्र के सिद्धपीठ हथियाराम मठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचकर सिद्धिदात्री मां बुढ़िया माई का दर्शन पूजन किए। उन्होंने कहा कि यह सिद्धपीठ में मां का स्थान 900 वर्ष पुराना स्थापित है, जहां पर ऋषियों ने तपस्या कर मां को प्रकट किया है। आज के दिन मां भगवती का दर्शन किया है। आज शक्ति है यह पीठ सन्यासी परंपरा 900 वर्षों से पूर्वी उत्तर प्रदेश में लोग कामना को लेकर भक्त आते हैं। गाजीपुर जनपद समृद्धि परंपरा का उद्गम है। धरती माता की प्रकृति से भी यहां की एक पहचान है। दुनिया के हर देश की अलग-अलग पहचान है।
जर्मनी ब्रिटेन जैसे पश्चिमी देश हैं। भारत अपने धार्मिक रूप से जाना जाता है जो त्रेता युग से आध्यात्मिक युग भारत जाना जाता है। बक्सर में विश्वामित्र के यज्ञ में राक्षसों का आतंक बड़ा अनेक आध्यात्मिक स्थल पर कहाकि यहां पर सभी ने आध्यात्मिक ऊर्जा दी है। इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि महामंडलेश्वर भवानीनंदन यति पूरे क्षेत्र के लोक मंगल कामना के लिए समर्पित हैं। संत लोक मंगल में अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा से भौतिक पुष्टि से आगे बढ़कर राज्य मंगल की कामना में अपने आध्यात्मिक चेतना को पहुंचते हैं। आध्यात्मिक चेतना को ध्यान में रखकर जो काम करेगा, उसका परिणाम भारत को विकसित करने में सार्थक होगा, बस धैर्य रखने की जरूरत है। आज से 7 से 10 वर्ष पहले लोगों को यह सपना था, विरोधियों के लिए बोलने का मौका था, यह संकल्प था, पूरा देश सनातन एकजुट होगा संकल्प लिया।
जिसका परिणाम सामने है प्रधानमंत्री मोदी राम लाल को अपनी जन्मभूमि में पहुंचा भगवान राम के लिए बलिदान हुए जटायु निषाद के नाम पर भी आज अयोध्या में पहचान के लिए एक स्थल बना है। भगवान राम पैदा नहीं हुए थे उसी समय भारत में राम के पैदा होने की भविष्यवाणी हो गई थी। यही भारत की परंपरा है। गाजीपुर को मेडिकल कॉलेज ऋषि विश्वामित्र के नाम से सुपुर्द किया गया। हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा राष्ट्र को एक रूप में बांधने के लिए भी है। अपने स्वार्थ के लिए देश को नुकसान करना महापुरुषों पर टिप्पणी करना साथ-साथ दूसरों के बहकावे में आकर आज हर लोग परेशान हैं। आज हर भारतीय को एकता के सूत्र में बंधे जब हम बटे तो कटे, एक थे तो नेक थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति सबका सम्मान करता है। 1965 में भारत-पाक युद्ध में वीरता का परिचय देने वाले परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल के परिजनों को सम्मान व 1971 के महावीर चक्र विजेता शहीद रामउग्रह पांडे के परिजनों का सम्मान करना सौभाग्य की बात है।
परिवारवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद से ऊपर उठकर देश के लिए कार्य करना होगा। भारत देश और मां भारती को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आतंकियों को उसका जवाब देने के लिए हमें भी तैयार रहना होगा। हमें 900 वर्ष पुरानी सिद्धपीठ में मां के दर्शन पूजन करने का जो अवसर मिला उससे मैं अपने को धन्य हुआ। डबल इंजन की सरकार है जो बोलता है उसे पूरा करती है। जो पूरा करते हैं उसे ही बोलते हैं। पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर भवानीनंदन यति ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के रूप में जाना जाता है। जहां पर 33 करोड़ देवता रहते हैं। उस मिट्टी से निकले योगी आदित्यनाथ को राष्ट्र भारत के भविष्य के रूप में देखा जा रहा है। जब योगी गो के चरणों में शरणागत हुए तो लग रहा था कि भगवान के रूप में आ गए हैं।
व्यक्तिगत रूप से आवास पर मैं मिला तो इन्होंने हृदय से स्नेह दिया। एक गिलास दूध दिया कहा यह सहज दूध नहीं है। मैं तो बाहर निकलने पर पानी भी नहीं पीता परंतु वहां पहुंचे तो प्रसाद रूपी गाय मां की दूध को मैं 29 वर्षों के तप को भी भूल गया। इन्होंने कहा कि यह दूध काफी दिनों से पी रहा हूं। आज मैं सिद्धपीठ परिसर में खड़ा हूं, जिसमें गौ माता के दूध को पीकर दहाड़ते हैं उसी की कृपा से राजा दिलीप का जन्म हुआ था। त्रेता युग में इन्होंने जन्म लिया संतों का सम्मान करें। आज सीएम योगी मठ परिसर में आ गए हैं। जनता पूछती थी कि सीएम योगी कब आएंगे, परंतु अपना प्रारब्ध कर्म मानव को सफल बनाता है। मैं गौ माता के चरणों में सर झुकाकर सीएम योगी के राष्ट्रभक्ति को प्रणाम करता हूं। सीएम योगी के सपने में उनके चरित्र व राम के चरित्र में कोई अंतर नहीं है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, एमएलसी विशाल सिंह चंचल, एमएलसी विनीत सिंह, राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत, विधायक बेदी राम, जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय, वरिष्ठ भाजपा नेता बृजेंद्र राय, सानंद सिंह, देवरहा बाबा, सत्यानंद महाराज, जिला पंचायत सदस्य सपना सिंह, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, कृष्ण बिहारी राय, सुनील सिंह, सरोज कुशवाहा सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर संतोष यादव ने किया। कार्यक्रम समापन के उपरांत हजारों की संख्या में लोगों ने सिद्धपीठ हथियाराम मठ में प्रसाद ग्रहण कर अपने को धन्य किए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर क्षेत्र के प्रांत प्रचारक श्री राम सिंह की वयोवृद्ध माता रुक्मिणी देवी को अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया।