Ghazipur: जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज अपने 83 दिवसीय जनजागरण यात्रा का 22वां पड़ाव ब्लाक मुहम्मदाबाद के ग्राम इचौली में किया। आज यहां आयोजित सत्संग सभा में अपने प्रवचन में संत जी ने कहा कि ‘‘मिली नर देह यह तुमको, बनाओ काज कुछ अपना, पचो मत आय इस जग में, जानियो रैन का सपना।।’’ पंक्तियों को उद्धृत करते हुए कहा कि यह अनमोल मानव शरीर आप लोगों को बड़े भाग्य से मिल गया है।
अब इसमें रहकर किसी प्रभु की प्राप्ति करने वाले संत महात्मा की तलाश करें और वह जो भजन का (नामदान) प्रसाद दें उसे लेकर अपनी आत्मा का कल्याण करा लें। अन्यथा यह जीवन का शुभ अवसर हाथ से चला जायेगा। सारी आत्मायें उस मालिक के देश से आने वाली आकाशवाणी, अनहदवाणी, कलमा पर उतार कर लाई गई। आत्मा का सम्बन्ध उस शब्द से टूट गया। अब उसे यह ज्ञान नहीं रहा कि वह कैसे अपने निजघर पहुंचे। इसीलिये समर्थ संत महात्मा से मिलने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि आत्मा की एक ही जाति है और वह सतनाम रूपी समुद्र की एक बूंद है। जातियों के झगड़े तो मन की खुराफात है। सारी आत्माओं/रूहों का हिसाब एक ही जगह पर होता है। इसलिये सबसे पहले मानव धर्म का पालन कीजिये। एक-दूसरे की निःस्वार्थ भाव से सेवा कीजिये। सत्य, दया, करुणा गुणों को अपनायें। अशुद्ध खान-पान के कारण सामाजिक व्यवहार में कटुतायें आ गई। इसलिये शाकाहार अपनायें। शराब आदि नशा का परित्याग करें। आप लोगों को विख्यात् संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक वैचारिक संदेश पहुंचाया जा रहा है। जब गांव-गांव के लोग शाकाहारी हो जायेंगे, शराब आदि नशा का त्याग करेंगे और गांव-गांव में भगवान का भजन होने लगेगा तो निश्चय ही कलयुग में रामराज, सतयुग आ जायेगा। सबका जीवन सुखमय होगा।
इस अवसर पर जंगबहादुर सिंह यादव, मनोज गुप्ता, मनबोध यादव, राजेन्द्र गुप्ता, रमाशंकर सिंह, राम अकबाल सिंह, सुरेश गुप्ता, अंगद पाल, सहयोगी संगत रूपन देही (नेपाल राष्ट्र) के सुग्रीव मौर्य, नवल परासी के ओमप्रकाश आदि मौजूद रहे। शांति व्यवस्था में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा। कार्यक्रम के बाद जनजागरण यात्रा अगले पड़ाव सुरतापुर नवपुरा ब्लाक भांवरकोल के लिये प्रस्थान कर गई।