मानसून सत्र में जंगीपुर विधायक डॉ वीरेंद्र यादव ने सरकार पर साधा निशाना, प्राथमिक विद्यालयों, बिजली समेत कई मुद्दो पर उठाया सवाल  

Uttar Pradesh Monsoon Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में विकसित यूपी विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर 24 घंटे लगातार चर्चा हुई. इस दौरान एक ओर सरकार ने अपना मिशन और विजन बताया, तो दूसरी ओर विपक्ष ने सरकार को घेरने का काम किया. ऐसे में जंगीपुर विधायक डॉ वीरेंद्र यादव ने सदन में सरकार पर निशाना साधते हुए अपने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में चर्चा की और सलाह दी कि अच्छा होता अगर आप 2047 की जगह 2027 की बात करते.

डॉ वीरेंद्र यादव ने अपने भाषण की शुरुआत में विजन 2047 पर बोलने का मौका मिलने पर आभार जताया. उन्होंने अध्यक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि जब हम चर्चा कर रहे हैं तो 2025 चल रहा है. सरकार 2047 का विजन लेकर आई है. अभी जैसे हालात चल रहे हैं ऐसे में यह 2027 का विजन लेकर आते तो मैं समझता हूं की बेहतर होता.

प्राथमिक विद्यालयों के बंद होने पर उठाया सवाल  

शिक्षा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के लोग यह कह रहे हैं कि हम शिक्षा के स्तर को बढ़ाने का काम करेंगे, लेकिन आज शिक्षा का स्तर यह हो गया है कि प्राथमिक विद्यालय बंद हो रहे हैं. मदिरालय, कंपोजिट मदिरालय लगातार बढ़ते चले जा रहे हैं. हमारी शिक्षा की स्थिति क्या है? कहीं न कहीं सरकार की मानसिकता स्पष्ट उजागर हो रही है. अभी हमारे उच्च शिक्षा मंत्री ने बड़ा लंबा चौड़ा अपना विजन बताया. लेकिन महाविद्यालयों में पढ़ाई हो ही नहीं पा रही है और लगातार एग्जाम के एग्जाम होते चले जा रहे हैं. आखिरकार आपके मन और मानसिकता क्या है?

सपा सरकार की बड़ाई की

सपा सरकार की बड़ाई करते हुए उन्होंने बताया कि हमारे नेता माननीय अखिलेश यादव ने पीडीएफ पाठशाला चलाई. अब हम सोई हुई सरकार जागने का काम कर रहे हैं. मंत्री कह रहे थे कि मैं विद्यालय नहीं बंद कर रहा हूं. हम पूछते हैं कि आपके मन और मानसिकता में क्या है इस बात आप बताए? आपके ही सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हैं.

गाजीपुर जनपद में बिजली की समस्या को लेकर बोले.

वीरेंद्र यादव ने ने कहा कि आज हालात यह हैं कि गांव के अंदर बिजली आ नहीं रही है. लगातार ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं. बिजली विभाग के माननीय मुख्य माननीय मंत्री और उनके अधिकारी थे एक भी जला ट्रांसफार्मर नहीं दे पाए. लगातार हम लोगों के पास टेलिफोन आ रहे थे. क्षमता वृद्धि के लिए लगातार लगातार दबाव बन रहे थे, लेकिन अब तक कुछ नहीं हो पाया. एक भी पावर हाउस गाजीपुर जनपद में अब तक नहीं लगा पाए. हमने 132 का पावर हाउस मांगा था.

कॉलेज और हॉस्पिटल को लेकर कही ये बात

उन्होंने कहा कि भारत सरकार और बाहर बैठे हुए नुमाइंदों से मैं आपसे कहना चाहूंगा कि अखिलेश यादव ने अपने सरकार, अपने कार्यकाल में नौजवानों को लैपटॉप वितरित करने का काम किया था. अच्छी बेहतर शिक्षा चलाने के लिए उन्होंने प्राथमिक विद्यालय को और सुदृढ़ करने का काम किया था. महाविद्यालयों को और सुदृढ़ करने का काम किया था. लैपटॉप देकर के नौजवानों को नौकरी देने का काम किया था. आज हम लोग जो मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में जाते हैं तो वहां न दवाई है न डॉक्टर है.

यादव और मुस्लिम पर सरकार का असली मुखौटा

विधायक ने आरोप लगाया कि पंचायत में मुस्लिम और यादव का स्थानांतरण के विषय पर चिट्ठी जारी हुई. यह सरकार का असली मुखौटा है. महोदय, मैं कहना चाहता हूं कि आज स्थिति बद से बदतर हो गई है. आप गांव में जाएंगे तो वहां जो रोड है, वह इतना जर्जर है, इतनी खराब है कि चलने लायक नहीं है. आज हम लेकर 2047 का विजन लेकर आए हैं. हमारा वर्तमान तो ठीक नहीं है और उसके बाद भविष्य की चिंता हम कर रहे हैं.

एंबुलेंस और हंड्रेड डायल के तेल मुहैया कराने के लेकर उठाया सवाल

वीरेंद्र यादव ने अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर कहा कि मैं गाजीपुर की चर्चा करना चाहूंगा तो वहां भी दिखवा लीजिए की आखिरकार क्या स्थिति हो गई है? अखिलेश यादव ने 108 एंबुलेंस चलाने का काम किया था. आज एंबुलेंस जस की तस खड़ी हुई है. उसको डीजल नहीं मिल पा रहा है. हंड्रेड डायल नंबर की जो गाड़ी है उसको डीजल नहीं मिल पा रहा है. आज जो हमारी स्थिति है बद से बदतर हो गई है. अखिलेश यादव ने पूरा स्ट्रक्चर देने का काम किया था वह सारा स्ट्रक्चर उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार उसको नष्ट भ्रष्ट करने का काम काम किया है.

नौजवान युवा बेरोजगार होकर सड़कों पर...

नौजवान युवा बेरोजगार होकर सड़कों पर आ गया है. लगातार पेपर लीक हो रहे हैं और बड़ी मेहनत के साथ वह एग्जाम देने जाता है तो एग्जाम भी नहीं दे पाता है और वापस घर चला आता है. जब से इस प्रदेश के अंदर भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है. बद से बदतर हालात और स्थिति हो गई है. चाहे शिक्षा की हो, चिकित्सा की हो, बिजली की हो, पीडब्ल्यूडी की हो.

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