वाराणसी। ग्राफ्टेड तकनीक से बैगन की जड़ों में टमाटर के पैदावार की सफलता के अब भारतीय सब्जी अनुसंधान केंद्र (आईआईवीआर) कद्दू वर्गीय पौधों की ग्राफ्टेड तकनीक विकसित की जा रही है। अब किसान खीरे की जड़ में नेनुआ, परवल की जड़ पर करेला उगा सकेंगे। आईआईवीआर वैज्ञानिक डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया कि किसानों की आय दुगनी करने और सब्जियों के पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से ग्राफ्टेड तकनीक से कई सब्जियों पर वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। जिसमें जंगली बैगन के जड़ में टमाटर के ग्राफ्टिंग की सफलता के बाद अब कद्दू वर्गीय पौधों पर शोध किया जा रहा है। जिसमें 80 प्रतिशत तक वैज्ञानिकों को सफलता मिल चुकी है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही किसान परवल के जड़ में करेला, खीरे की जड़ पर नेनुआ सहित अन्य कई प्रकार की कद्दू वर्गीय सब्जियों पर ग्राफ्टेड तकनीक से उत्पादन कर सकेंगे।