लखनऊ। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले शासन ने निजी अस्पतालों में इंतजाम पूरी तरह से चाक चौबंद करने के निर्देश दिए हैं। 50 या उससे अधिक बेड वाले निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन, आईसीयू बेड सहित पीडियाट्रिक वार्ड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट लगाना होगा। इसके अलावा 50 बेड से कम वाले निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सिलिंडर की व्यवस्था करनी होगी। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सभी सीएमओ को पत्र भेजा है। जिले में 15 मार्च को कोरोना मरीजों की संख्या शून्य हो गई थी। विभाग इसे देखते हुए जिले को कोरोना मुक्त करने की फिराक में था। लेकिन अचानक अप्रैल, मई व जून में मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई कि बेड और ऑक्सीजन के लिए मारा-मारी होने लगी। हर तरफ लोगों के बीच डर का माहौल हो गया। स्थिति ऐसी हो गई है कि निजी अस्पताल से लेकर सरकारी अस्पताल में बेड फुल हो गए। इस बीच निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत से मरीजों की जान भी चली गई। इसे देखते हुए शासन ने सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाना शुरू कर दिया है। पांच सीएचसी पर प्लांट लगाए भी जा चुके हैं। इसके बाद अब निजी अस्पतालों में प्लांट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही आईसीयू बेड, पीडियाट्रिक बेड बढ़ाने पर भी जोर दिया गया है जिससे आने वाले समय में मरीजों को कोई दिक्कत न होने पाएं।