गोरखपुर। महिला पुलिस कर्मी लोगों का घर बसाने के साथ उनकी जिंदगी बचाने में मददगार बन रही हैं। पुलिस के मानवीय पहलू से कई परिवारों की गृहस्थी बिखरने से बच गई। टूटने के कगार पर पहुंच चुके रिश्तों में फिर से जान आ गई। कुछ ऐसे भी थे, जो जीवन से निराश हो चुके थे। ऐसे लोगों में उम्मीद और उत्साह भरने में इन पुलिसकर्मियों का अहम योगदान है। कोरोना के इस दौर में जहां अपने भी साथ देने की बात सुनते ही मुंह फेर ले रहे हैं, वहां पुलिस सबकी मदद करने के लिए आगे आ रही है। रक्तदान कर कई लोगों को स्वस्थ करने में जहां मदद की, वहीं पर राशन, घर में अकेले रह रहे बुजुर्गों आदि तक दवा पहुंचाकर लोगों के मन में पुलिस की अलग छाप छोड़ी है। पुलिस अफसरों ने भी इसे खूब सराहा है। एडीजी अखिल कुमार हों या एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु, ऐसे बेहतर काम करने वाले पुलिसकर्मियों का वे हौसला बढ़ाते रहे हैं। जानकारी के मुताबिक एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने पुलिस वालों को मानवीय होने की नसीहत दी थी। कुछ ऐसा करने को कहा कि पुलिसकर्मी खुद भी संतुष्ट हों और उन्हें अच्छा लगे। उनके इस संदेश का असर जिले की पुलिस पर सकारात्मक रूप में देखने को मिला। पुलिस ने कई बुजुर्गों का हाल जानने से लेकर उन्हें दवाएं, भोजन और अन्य जरूरतों का सामान घर तक पहुंचाया। जिस किसी को कोरोना कर्फ्यू में साधन नहीं मिला, उन्हें अपने गाड़ी से समय से उनके गंतव्य तक पहुंचाने में सहयोग किया।