लखनऊ। प्रदेश में कांवड़ यात्रा होगी या नहीं, इस पर शुक्रवार को स्थिति साफ हो जाएगी। आज प्रदेश सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखेगी। हालांकि सूत्रों का कहना है कि सरकार चाहती है कि इस बार कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध न लगे। बल्कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत यात्रा निकाली जाए। मगर पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में इस पर रोक लगा दी गई है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर 16 जुलाई तक कांवड़ यात्रा को लेकर जवाब दाखिल करने को कहा है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार कांवड़ यात्रा कराने को लेकर पुरजोर तरीके से अपना पक्ष रखेगी। पर अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। हालांकि इतना जरूर कहा कि मामला कोर्ट में है और सरकार अपना पक्ष रखेगी। इसके बाद कोर्ट का जो भी निर्णय होगा, वह मान्य होगा। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने सावन झूला मेला और कांवड़ यात्रा को लेकर बैठक की। इसमें कांवड़ यात्रा के दौरान 60 साल से ज्यादा और 18 साल से कम के बच्चों को शामिल करने से परहेज करने के लिए कहा गया।
कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में डीएम ने बताया कि सावन झूला मेला के दौरान 11 अगस्त को मणिपर्वत झूलनोत्सव, 13 अगस्त को नागपंचमी (सहस्त्र धारा/लक्ष्मण मंदिर स्थान एवं दर्शन), 15 अगस्त गोस्वामी तुलसी दास जयंती (तुलसी उद्यान/तुलसी स्मारक/स्वतंत्रता दिवस), 18 अगस्त पुत्रदा एकादशी (सुबह सरयू स्नान व मंदिरों में पांच दिवसीय झूलनोत्सव प्रारम्भ) और 22 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा एवं रक्षाबंधन आदि प्रमुख पर्व है। इन पर्वों पर विशेष सतर्कता एवं सावधानियां बरतने के साथ कोविड प्रोटोकॉल एवं गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित कराने का निर्देश मेला क्षेत्र में तैनात किए गए मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा में जो भी सदस्य शामिल हों उन सभी को सलाह दी कि वे सभी यात्रा प्रारम्भ होने के 72 घंटे पूर्व अपना कोविड टेस्ट अवश्य करा लें। जिससे कि कांवड़ यात्रा में शामिल होने वाले सभी सदस्यों के संक्रमण की सम्भावना नगण्य रहे। बैठक में एसएसपी ने रूट डाववर्जन व सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी। कांवड़ संघ के पदाधिकारी मनोज जायसवाल और पीएन राय ने जिला प्रशासन को गाइड लाइन का पालन कराने का आश्वासन दिया। बैठक में गगन जायसवरल, रोहतास चन्द्र राजू, विनोद जायसवाल, अमित गुप्ता, शैलेंद्र विक्रम सिंह, राजू जायसवाल, जिला प्रशासन एवं कांवड़ यात्रा से जुड़े विभिन्न संघों के पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।