गोरखपुर। जिले के बड़हलगंज ब्लॉक के 12 गांव पानी से घिर गए हैं। इधर रोहिन के बाद अब घाघरा नदी भी खतरे का लाल निशान को पार कर चुकी है। एडीएम (फाइनेंस एवं रेवेन्यू) राजेश कुमार सिंह ने प्रभावित गांवों में तहसीलदार को नाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। जनपद में बहने वाली सभी नदियों का जलस्तर बढ़ने से स्थिति विकट होती जा रही है। रोहिन और घाघरा नदी के खतरे के निशान को पार करने से कछार क्षेत्र के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नेपाल में पहाड़ियों पर बारिश होने के कारण सभी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण जनपद के दक्षिणांचल में इसका असर दिखने लगा है। डेरवां हिंगूहार मार्ग पर पानी चढ़ जाने से 12 से भी ज्यादा गांवों के लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। फिलहाल राप्ती, गोर्रा और कुआनो खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने कहा है कि पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। इसे देखते हुए सिंचाई विभाग के अभियंता तटबंधों की सतत निगरानी रखें। जो भी गांव पानी से घिर गए हैं उन गांवों में नाव की व्यवस्था की जाए। वहां यदि खाद्य सामग्री की जरूरत हो तो तुरंत उसके इंतजाम कराए जाएं।