वाराणसी। देश में होने वाली जनगणना में सांख्यिकी से जुड़े विशेषज्ञों का बहुत योगदान होता है। विभिन्न जगहों पर होने वाली जनगणना की मानीटरिंग भी सांख्यिकी अधिकारी की ओर से की जाती है। जनगणना में बीएचयू सांख्यिकी विभाग की बड़ी भूमिका है। बीएचयू से पढ़ाई पूरी कर निकले विद्यार्थी आज सांख्यिकी अधिकारी के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं। 29 जून को सांख्यिकी दिवस के मौके पर सांख्यिकी विभाग की इस उपलब्धि को याद करना जरूरी है। सांख्यिकी दिवस 29 जून को हर साल जाने माने वैज्ञानिक और सांख्यिकी विद पीसी महालनोबिस द्वारा सांख्यिकी विकास के क्षेत्र में किए गए योगदान के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। बीएचयू सांख्यिकी विभाग के प्रो. केके सिंह ने बताया कि 1978 में डेमोग्राफी रिसर्च सेंटर के माध्यम से वाराणसी के 52 गांव में डेटा एनालिसिस हुआ था। आगे चलकर यह पापुलेशन रिसर्च सेंटर बन गया है। सांख्यिकी विभाग के देखरेख में चलने वाले सेंटर में बीएससी, एमएससी के छात्र प्रोजेक्ट पर काम करते हैं। देश में होने वाली जनगणना में भी इस सेंटर की अहम भूमिका है। प्रो. सिंह ने बताया कि बीएचयू सांख्यिकी विभाग से निकले विद्यार्थी विभिन्न संस्थानों में सांख्यिकी अधिकारी के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इस बार प्लेसमेंट में भी विभाग के 30 से अधिक छात्रों का चयन हुआ है।