वाराणसी। काशी अविमुक्तेश्वर न्यास महामना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि ज्ञानवापी धाम में वैदिक कालीन अविमुक्तेश्वर ज्योतिर्लिंग की पुर्नस्थापना होगी। महामना मंच की स्थापना की आवश्यकता इसलिए महसूस की गई है कि आने वाले समय में सनातनी परिवारों के नौनिहालों को भविष्य में किसी राहत कैंप में न गुजारना पड़े। वह काशी अविमुक्तेश्वर न्यास महामना मंच के पदाधिकारी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि जेपी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. हरिकेश सिंह ने कहा कि हमें अपनी सनातनी संस्कृति पर अपने धर्म की गरिमा को पुन: विश्व स्तर पर स्थापित करना होगा। डॉ. अशोक मोंगिया ने कहा कि निकट भविष्य में वैधानिक स्तर पर ही काशी ज्ञानवापी धाम में वैदिक कालीन ज्योर्तिलिंग काशी अविमुक्तेश्वर नाथ की पुनर्स्थापना उसी स्थान पर कर दी जाएगी। उदय प्रकाश सिंह ने कहा कि ज्ञानवापी के साथ कृष्ण जन्मभूमि के उद्धार के लिए भी प्रयास करना होगा। इस दौरान सुभाष सिंह, अरुण कुमार श्रीवास्तव, प्रो. डॉ. अरुण कपूर, ललित मोहन, राकेश राय चंदेला, डॉ. ओमप्रकाश तिवारी, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, अनिल कुमार माथुर, सोहन सिंह डॉ. प्रवीण तिवारी ने भी विचार व्यक्त किए।