वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे और करोड़ों की सौगात दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीएचयू के एडीवी मैदान से बटन दबाकर 1583 करोड़ की 280 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। जिसमें बहुचर्चित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर भी शामिल है। बीएचयू अस्पताल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचे और इसकी औपचारिक शुरुआत भी की। ये हाईटेक कन्वेंशन सेंटर जापान की सहायता से तैयार किया गया है। पीएम मोदी ने इस मौके पर जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे को याद करते हुए कहा कि मुझे याद है, शिंजो आबे जी जब प्रधानमंत्री के तौर पर काशी आए थे, तो रुद्राक्ष के विचार पर उनसे मेरी चर्चा हुई थी, उन्होंने तुरंत ही अपने अधिकारियों से इस विचार पर काम करने को कहा। यहां काशी के प्रबुद्ध जनों के संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बनारस का मिजाज ऐसा है कि अरसा भले लंबा हो जाए, लेकिन शहर मौका मिलने पर एक साथ रस भरकर दे देता है। पीएम मोदी ने कहा कि महादेव के आशीर्वाद से काशिवासियों ने विकास की गंगा बहा दी। सैकड़ों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। काशी का वैभव आधुनिक स्वरुप के अस्तित्व में आ रहा है। बाबा की नगरी थमती और रुकती नही है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब दुनिया ठहर गई थी, तब काशी अनुशासित हुई थी, लेकिन विकास की धारा यहां पर अविरल बहती रहती थी। काशी के विकास के आयाम इंटरनेशनल सेंटर रुद्राक्ष आज इसी रचनात्मकता और गतिशीलता का परिणाम है। काशी के हर जन को बधाई देता हूं। भारत के परम मित्र जापान और पीएम के साथ जापान के राजदूत को भी धन्यवाद देता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जापान के पीएम का संदेश देखा। उनकी वजह से यह उपहार मिला है। जापान के प्रधानमंत्री उस समय चीफ सेक्रेटरी थे और तबसे इसमें व्यक्तिगत तौर पर शामिल रहे। पीएम मोदी ने कहा, इस आयोजन में एक और व्यक्ति जिनको भूल नहीं सकता, वो हैं शिंजो आबे जी। मुझे याद है जब वह प्रधानमंत्री के तौर पर काशी आए थे तो रुद्राक्ष के आइडिया पर लंबी चर्चा की थी। उन्होंने तुरंत अधिकारियों को निर्देश दिया था। आज विकास के साथ दोनों देशों के रिश्तों में मिठास का अध्याय लिखा जा रहा है। जापान भारत के सबसे विश्वसनीय दोस्तों में एक है। पूरे क्षेत्र में नैचुरल पार्टनर में एक हैं। विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर में जापान हमारा साझेदार है। हाईस्पीड रेल, कॉरीडोर जापान के सहयोग से न्यू इंडिया की ताकत बन रहे हैं। हमारा विकास हमारे उल्लास के साथ जुड़ा होना चाहिए। विकास सर्वमुखी सबके लिए और सबको जोड़ने वाला होना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि पुराणों में कहा गया है कि सबके हित के लिए सबके कल्याण के लिए आंसुओं से गिरा रुद्राक्ष है, उनकी अंश्रुबूंद मानव प्रेम का प्रतीक है। रुद्राक्ष भी दुनिया को आपसी प्रेम कला संस्कृति से जोड़ने का काम करेगा। काशी सबसे पुराना शहर है। सीर से सारनाथ ने सबकुछ संजोकर रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि बनारस गीत संगीत और धर्म आध्यात्म विज्ञान का केंद्र है। कल्चरल इवेंट के लिए बनारस आइडियल लोकेशन है। लोग देश विदेश से आना चाहते हैं। सुविधा मिले तो कला जगत के लोग बनारस को प्राथमिकता देंगे। रुद्राक्ष इन्हीं को साकार करेगा और केंद्र बनेगा। बनारस में कवि सम्मेलन के फैन दुनिया में हैं। इस सेंटर में 1200 लोगों के बैठने की सुविधा है, पार्किंग और दिव्यांगों के लिए सुविधा है। हैंडीक्राफ्ट और शिल्प को पहचान मिल रही है। कारोबारी गतिविधि भी बढ़ रही है। इसका उपयोग बिजनेस में किया जा सकता है। काशी का पूरा क्षेत्र साक्षात शिव हैं। सारी विकास परियोजनाओं से काशी का श्रंगार हो रहा है तो बिना रुद्राक्ष के कैसे पूरा हो सकता था। अब रुद्राक्ष काशी ने धारण कर लिया है, तो शोभा बढ़ेगी। इसका पूरा उपयोग करना है। सांस्कृतिक सौंदर्य प्रतिभा को इससे जोड़ना है। भारत जापान को भी इससे मजबूती मिलेगी। अंत में पीएम मोदी ने कहा कि जापान सरकार, प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं और बाबा आप सभी को खुश स्वस्थ और सजग रखें। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें। हर हर महादेव। वहीं जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने वीडियो संदेश में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सम्मेलन केंद्र ‘रुद्राक्ष’ का उद्घाटन होने पर मैं हार्दिक बधाई देना चाहता हूं। इस शहर का जापान के साथ घनिष्ठ संबंध है।