गाजीपुर। बीते दिनों मृत जवान का शव सेना के वाहन से न लाए जाने आदि मांगों को लेकर ग्रामीणों ने गाजीपुर-वाराणसी मार्ग पर सिधौना में चक्काजाम कर बवाल काटा था। इस दौरान कई रोडवेज-प्राइवेट बसों के साथ ही सरकारी वाहनों में तोड़-फोड़ की थी। इस मामले में देर रात पुलिस ने पूर्व एमएलसी सहित 30 नामजद और 1 हजार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है। बता दें कि बहरियाबाद थाना क्षेत्र के वृंदावन गांव निवासी अभिषेक यादव (23) आर्मी में असम के मीसामारी में तैनाती थी। बीते 29 मई को पहाड़ी पर लगे सैनिक कैंप से नीचे उतरते समय अनियंत्रित होकर जीप खाई में गिरने से घायल हो गए थे। उपचार के दौरान बीते 2 जून को अभिषेक यादव की मौत हो गई थी। बीते शुक्रवार को पार्थिव शरीर राजधानी एक्सप्रेस से वाराणसी आया। वहां से प्राइवेट एंबुलेंस से परिवार के लोग पार्थिव शरीर लेकर घर आ रहे थे। सेना के वाहन से शव को न लाने, शहीद का दर्जा देने आदि मांगों को लेकर नाराज ग्रामीणों ने शव को रोककर गाजीपुर-वाराणसी मार्ग पर सिधौना में जाम कर प्रदर्शन शुरूकर दिया था। इस दौरान कई रोडवेज-प्राइवेट के साथ ही सरकारी वाहनों में तोड़-फोड़ किया था। चार घंटा बाद जवान का शव ले जाने के लिए सेना का वाहन आने पर ग्रामीण शांत हुए थे। उधर पुलिस तोड़-फोड़ करने वालों को चिन्हित करने में जुट गई थी। इस संबंध में थाना प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि सिधौनी चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह की तहरीर पर पूर्व एमएलसी विजय यादव सहित 30 नामजद और एक हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।