लखनऊ। तेज बारिश के दौरान प्रदेश में रविवार को बिजली गिरने से 44 लोगों की मौत हो गई, जबकि 47 झुलस गए। मृतकों में प्रयागराज में 14, कानपुर देहात व फतेहपुर में पांच-पांच, कौशांबी में चार, फिरोजाबाद व फतेहपुर में तीन-तीन, उन्नाव, सोनभद्र व हमीरपुर में दो-दो, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, मिर्जापुर व हरदोई में एक-एक लोग शामिल हैं। इसके साथ ही 200 से अधिक मवेशियों की भी जान गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने व डूबने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को नियमानुसार अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के भी निर्देश दिए हैं। मूसलाधार बारिश के दौरान रविवार को बिजली गिरने की घटनाओं में प्रयागराज मंडल में 18 लोगों की मौत हो गई। कई लोग गंभीर रूप से झुलस भी गए, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। इसी तरह सेंट्रल यूपी और बुंदेलखंड में रविवार को बारिश होने से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं, बिजली गिरने से दो बच्चों समेत 16 की मौत हो गई है और 27 लोग झुलस गए हैं। करीब 200 मवेशियों की भी मौत हो गई है। उधर, फर्रुखाबाद में बिजली गिरने से वन विभाग की ओर से पौधरोपण कर रहे सात श्रमिकों समेत नौ लोग झुलस गए। घायलों को लोहिया अस्पताल लाया गया। एक श्रमिक की हालत गंभीर है। फिरोजाबाद में बिजली गिरने से शिकोहाबाद क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में खेत में काम कर रहे तीन किसानों की बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं, उन्नाव में बारासगवर थाना क्षेत्र के बैदरा गांव में रविवार को दोपहर बिजली गिरने से मिर्च के खेत की रखवाली करने गए 10 वर्षीय बच्चे व उसकी नौ वर्षीय चचेरी बहन आराध्या (9) की मौत हो गई। मृत बच्ची आराध्या के पिता प्रमोद ने दो साल पूर्व आत्महत्या कर ली थी। वहीं माता लक्ष्मी की बीमारी से मौत हो गई थी। तेज बारिश के दौरान रविवार को सोनभद्र में कई जगह बिजली गिरने से दो की मौत हो गई और प्रधान समेत छह लोग झुलस गए। मिर्जापुर में मड़िहान थाने के रिक्शा खुर्द गांव में भी एक बिजली की चपेट में आकर जान गंवा बैठा।