बिजनौर। पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही बारिश के बाद शनिवार सुबह छह बजे हरिद्वार से तीन लाख, पिछत्तर हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से गंगा उफान पर आ गई है। बिजनौर गंगा बैराज पर एक लाख, तीस हजार क्यूसेक पानी चल रहा है। शाम तक गंगा का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। वहीं गंगा उफान पर आने से गंगा के तटीय गांवों में खतरा बढ़ गया है। उधर, प्रशासन और पुलिस ने आसपास के गांव वालों को अलर्ट कर दिया है। प्रशासन ने सभी गांव वालों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की हिदायत दी है। शुक्रवार की रात करीब एक बजे मंडावर के गांव मिर्जापुर में गंगा पार प्लेज लगाने वाले गांव दयालवाला निवासी समय सिंह, जोगेंद्र सिंह, महेंद्र, मीरापुर निवासी कलीराम व गांव सिमला निवासी चेतन गंगा में फंस गए।
सूचना पर पहुंची मंडावर पुलिस व पीएसी कर्मियों ने मोटर वोट के सहारे गंगा में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकाला। इस दौरान एक किसान की छह बकरी गंगा में बह गईं। वहीं नाव के सहारे परिवार समेत किसान को घर पहुंचाया गया। गंगा का जलस्तर बढ़ने से प्लेज व आसपास के खेत जलमग्न हुए। बताया गया कि गंगा बैराज पर दो लाख, पैंतालीस हजार क्यूसेक पानी आने पर खतरे का निशान है। बता दें कि गंगा के किनारे वाले रावली, ब्रह्मपुरी, शहजादपुर आदि गांवों में सुरक्षा की दृष्टि से रात में ही ग्राम प्रधानों ने ग्रामीणों को सचेत रहने के लिए सूचित किया। रावली क्षेत्र में पानी अभी अपनी हद में चल रहा है। लेकिन पानी की गति तेज है। मंडावर में शनिवार की सुबह अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ गया। गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा पार खेतों की रखवाली कर रहे किसान गंगा के बीच फंस गए। सूचना पर पहुंची पुलिस व पीएसी ने फंसे किसानों को किसी तरह बाहर निकाला। थाना प्रभारी मनोज कुमार ने गंगा किनारे बसे गांवों में अलाउंस कर सभी से गंगा पार ना जाने की अपील की है। हस्तिनापुर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटबंध टूटने का खतरा मंडरा गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार शनिवार सुबह से अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। जिससे खादर क्षेत्र के लोगों को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटबंध टूटने की भी संभावना जताई जा रही है। तहसील प्रशासन ने खादर क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया। वहीं लेखपालों की टीम गंगा किनारे पर लगाई गई है। शनिवार सुबह छह बजे हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर तीन लाख, 75 हजार पर पहुंच गया है। हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज से छोड़े गए तीन लाख, 75 हजार क्यूसेक पानी शनिवार शाम तक खादर क्षेत्र में पहुंच जाएगा। जलस्तर बढ़ने से तटबंध के टूटने की संभावना जताई जा रही है, जिससे तहसील प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा है। क्षेत्र के लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। समय रहते सुरक्षित स्थान पर जाने की चेतावनी दी जा रही है।